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इस बाॅलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री को गौर गोपाल दास ने उबारा डिप्रेशन से

नयी दिल्ली,  मनमोहक मुस्कान से दर्शकों का दिल जीतने वाली बाॅलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री दिव्या दत्ता को देखकर शायद ही लोगों को एहसास हाे कि वह कभी डिप्रेशन की शिकार भी हुयी होंगी लेकिन उनकी जिन्दगी में एक ऐसा मोड़ आया था जब वह घोर निराशा तथा अवसाद में घिर गयीं थी और तब विश्वविख्यात मोटिवेशनल शख्सियत गौर गोपाल दास के एक वीडियो ने डिप्रेशन के दलदल से उन्हें निकाल कर उनका जीवन बदल दिया।

दिव्या दत्ता ने गौर गोपाल दास की पुस्तक ‘जीवन के अद्भुत रहस्य’ के गुरुवार को यहां विमोचन के मौके पर इस बात का जिक्र किया। पुस्तक को पेंग्विन प्रकाशन ने प्रकाशित किया है।  अभिनेत्री ने अपने गुरु से रूबरू होते हुए कहा कि जब वह एक फिल्म की सेट पर थीं तो उनके एक सहयोगी ने उन्हें अवसाद से उबारने के लिए गौर गोपाल का एक वीडियो देखने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने कहा,“ मैंने वीडियो देखने से साफ मना करते हुए कहा था कि ऐसा करके कुछ भी होने वाला नहीं है लेकिन उसकी जिद के आगे मुझे झुकना पड़ा। वह एक ऐसा वीडियो था जिसने मेरे लिए अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का काम किया और आज मैंने अपने गुरु से जीवन का हर गुर सीखा है, सच कहिए तो जीना सीख लिया।”

दिव्या दत्ता ने इस मौके पर श्री दास से कई महत्वपूर्ण सवाल किये और मानवीय संबंधों से लेकर भौतिक एवं आध्यात्मिक विषयों पर गहन बातचीत की। उन्होंने कहा, “आज की भागमभाग की जिंदगी में जहां लोगों को खाने-सोने तक की फुर्सत नहीं है, ऐसे में गौर गोपाल के सलाह और सुझाव आम लोगों, खासकर युवाओं के लिए काफी उपयोगी हैं।” दिव्या दत्ता ने कहा,“ लाइफ्स अमेजिंग सीक्रेट्स के हिंदी संस्करण के विमोचन के अवसर पर मौजूद रहना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है। गुरु जी एक ऐसे शख्स हैं जिनकी प्रेरक बातें हमारे चेहरों पर खूबसूरत मुस्कान लाती हैं और जब आप उनको सुनते हैं तो जिंदगी और खूबसूरत हो जाती है। चाहे आप संबंधों में मजबूती तलाश रहे हों, अपनी वास्तविक क्षमता को जानने की कोशिश कर रहे हों या इस पर विचार कर रहे हों कि दुनिया को क्या कुछ लौटाया जा सकता है, तो गौर गोपाल दास की यह किताब आपके लिए राम बाण की तरह है।”

इस मौके पर हल्के-फुल्के लहजों में गंभीर बात कह जाने में माहिर गौर गोपाल दास ने आम जिन्दगी से जुड़े कई मसलों पर बेबाक टिप्पणी करते हुए जटिल समस्याओं का चुटकियों में समाधान सुझाया। उन्होंने लोगों से एक दिन का उपवास रखने की अपील करते हुए कहा,“आप सभी कई मौकों पर उपवास रखते होंगे लेकिन उस उपवास में आपका पेट खाली नहीं रहता है। इसके नाम पर आप कई स्वादिष्ट ‘फलाहार और उपवास वाले अन्न ’चट कर जाते हैं। यह भला कैसा उपवास है? लेकिन आप मेरी सलाह पर एक दिन का उपवास करें और वह भी सोशल मीडिया का। एक दिन,बस एक दिन आप अपने को टेलीविजन समेत सभी स्मार्ट गैजेट्स से दूर रखें।

नो व्हाट्सअप, नो ट्विटर, नो फेसबुक,नथिंग। फिर आप अपने अंदर के ‘आप’ से मुलाकात का आनंद लीजिए। मन की एकदम शांत दुनिया में जीना सीखिए और जब आप शांत होंगे तभी औरों को भी कुछ दे पायेंगे। फ्लाइट में भी यही घोषणा की जाती है कि आप पहले अपना ऑक्सीजन मॉस्क लगायें तब दूसरों का।” हिन्दी ,पंजाबी और तमिल समेत 100 से अधिक फिल्मों में काम करने वाली दिव्या दत्ता को वर्ष 2017 में फिल्म ‘इरादा’ के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था। उन्होंने अपनी मां की याद में ‘मी एंड मा’ नाम की किताब भी लिखी है जिसे उनके प्रशंसकों ने खूब सराहा है ।

दिव्या अपनी मां नलिनी दत्ता के काफी करीब थी। वह कहीं भी जाती थी तो अधिकतर अपनी मां के साथ ही नजर आती थीं, चाहे वह पार्टी हो या कोई और फंक्शन। उनकी मां ने शुरू से उनके फैसलों को समर्थन दिया। दिव्या ने 2017 में पुस्तक के विमोचन के मौके पर कहा था,“ मेरी मां ने मेरे लिए हमेशा आगे बढ़कर काम किया। मैंने जो भी फैसला किया, उस पर मां ने मुझे पूरा सहयोग दिया। इस किताब में मैंने ऐसी ही कई यादों को शेयर किया है। मेरी मां मेरी सबसे अच्छी दोस्त थी और मैं उनसे सबकुछ शेयर किया करती थी चाहे वह शूटिंग, सेट्स की बातें हो या फिर पर्सनल अफेयर की। वह मुझे हमेशा संभालती थीं, और एक वक्त के बाद मैं उनका बेहद ख्याल रखती थी।”

फरवरी 2017 में उनकी इस पुस्तक के विमोचन के कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन,जूही चावला समेत कई हस्तियां शामिल हुयी थीं। दिव्या ने कहा था कि बचपन में वह मां की साड़ियों को फाड़ती थीं और फिर उसकी लुंगी बनाकर बिग बी अभिनीत डॉन फिल्म के ‘खईके पान बनारस वाला’ गीत पर डांस करती थीं। उन्होंने कहा था कि अमिताभ बच्चन भी अपने मां के काफी करीब थे इसलिए उन्हें अपनी पुस्तक के विमोचन के मौके पर विशेष रुप से आमंत्रित किया था।