Breaking News

दुनिया भारत को चीन के मुकाबले बड़ी आर्थिक ताकत के रूप में देखना चाहती है- स्पाइसजेट सीईओ

दावोस, स्पाइसजेट एयरलाइन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अजय सिंह ने  कहा कि वैश्विक आर्थिक चिंताओं और व्यापारिक रिश्तों में तनाव के बीच भारत दुनिया के ‘‘आकर्षक चमकते स्थलों’’ में शुमार है और वह चीन के मुकाबले बड़ी आर्थिक ताकत बनने की सबसे बेहतर स्थिति में है।

विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के सालाना सम्मेलन में सिंह ने कहा कि भारत इस मामले में बेहतर स्थिति में है कि वहां आर्थिक नीतियों को लेकर एक तरह की आम सहमति है। ऐसे में सरकार किसी की भी हो, वह मजबूत वृद्धि के रास्ते पर बढ़ता रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने शानदार और अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है। सिंह ने उम्मीद जतायी कि इस साल होने वाले आम चुनाव के बाद मोदी सरकार सत्ता में वापसी करेगी।  वर्ष 2014 में ‘अबकी बार मोदी सरकार’ का लोकप्रिय नारा देने वाले सिंह ने साक्षात्कार में कहा कि डब्ल्यूईएफ में वैश्विक नेताओं के लिये उनका स्पष्ट संदेश है कि भारत में वृद्धि और सुधार जारी रहेंगे।

डब्ल्यूईएफ में अमेरिका और चीन सहित विभिन्न आर्थिक शक्तियों के बीच व्यापारिक रिश्तों में तनाव का मुद्दा छाया रहने के बीच सिंह ने कहा ‘‘भारत आज दुनिया के कुछ चमकते सितारों में से एक है। सिंह ने कहा, “कई लोग चाहते हैं कि भारत भविष्य में चीन के समक्ष एक बड़ी आर्थिक ताकत के रूप में खड़ा हो ताकि ऐसी दुनिया हो जहां आर्थिक ताकत के तौर पर अकेले चीन का दबदबा नहीं हो। यह सब भारत के लिये बेहतर संकेत हैं और हमें इस मौजूदा स्थिति का लाभ उठाना चाहिये।’’

उन्होंने कहा कि ‘भारत अवसरों की भूमि’ है और मोदी सरकार ने पिछले चार-पांच साल में वास्तव में शानदार काम किया है। मोदी सरकार ने जीएसटी, कारोबार सुगमता, लोगों को बैंकिंग नेट में लाने, करदाता आधार को दोगुना करने, साफ- सफाई और सड़क नेटवर्क विकसित करने जैसे उल्लेखनीय कार्य किये हैं। सिंह ने कहा कि भारत दुनिया की तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवसथा बना हुआ है। इसमें कई सकारात्मक संकेत बने हुये हैं। कारोबार सुगमता के मामले में यह दुनिया के शीर्ष 50 देशों में अपना स्थान बनाने जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि इस दौरान आगे बढ़ते हुये कुछ समस्यायें भी आई हैं। इसकी कुछ वजह वैश्विक कारण रहे हैं जैसे कि कच्चे तेल के दाम में अचानक आई तेजी और मुद्रा में उतार चढ़ाव देखा गया।