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लॉकडाउन के इनोवेशन के माध्यम से छोटे उद्यमियों ने की नयी शुरूआत

नयी दिल्ली, देश के 50 हजार एमएसएमई को मेक इन इंडिया के लिए सक्षम बनाकर वैश्विक बाजार में उनको स्थापित करने के उद्देश्य से शुरू किये गये वॉलमार्ट वृद्धि सप्लायर डेवलपमेंट प्रोग्राम कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान भी छोटे उद्यमियों को इनोवेशन के माध्यम से अपने कारोबार को बढ़ाने में मदद की है।

इसी कार्यक्रम के तहत सूक्ष्म, छोटे और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए कार्य परिचालन की समस्याओं के साथ ही उनके मार्केटिंग और बिक्री के चैनल की कमी एवं कार्यशील पूंजी की समस्या को भी दूर किया जा रहा है। ये उद्यमी बदलती मांग के मद्देनजर नए अवसरों का लाभ लेने के इच्छुक हैं और वे अपने बिजनेस माॅडल का उद्देश्य बदल कर स्वास्थ्य सेवा की अनिवार्य जरूरतें और निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) की आपूर्ति करना चाहते हैं।

कंपनी के इस कार्यक्रम के तहत वॉलमार्ट के बेस्ट प्राइस सप्लायर बबीता गुप्ता और राहुल बजाज उन उद्यमियों में शामिल हैं जिन्होंने कोविड 19 के दौर में अपने व्यवसायों को नई दिशा देकर स्वास्थ्य सेवा की अनिवार्य जरूरतें पूरी करने लगे हैं। ये क्रमशः मास्क और हैंडवाश स्टेशनों के उत्पादन और आपूर्ति में जुट गए हैं। सारंगी क्रिएशंस की संस्थापक बबीता गुप्ता देश-दुनिया के बाजारों के लिए 2007 से ही होम फर्नीशिंग, फैब्रिक और टेक्सटाइल गुड की आपूर्ति कर रही हैं।

परंतु अन्य विभिन्न उद्यमियों की तरह बबीता के व्यवसाय को भी कोविड संकट ने प्रभावित किया है। मांग गिर गई तो बबीता अपने व्यवसाय को बनाये रखने और चालू करने के रास्ते खोजने लगी। फेस मास्क की जबरदस्त मांग देखकर उन्होंने हरियाणा के सोनीपत स्थित अपनी फैक्ट्री में काम शुरू कर कम कीमत पर काॅटन मास्क की आपूर्ति करने लगी जिसे दुबारा उपयोग किया जा सकता है। हाल में बबीता को वॉलमार्ट बेस्ट प्राइस से 80,000 मास्क का पहला ऑर्डर मिला है। वे पीपीई – मेडिकल गाउन और कवरॉल बनाने की दिशा में भी काम कर रही हैं।

बबीता ने कहा कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की स्वीकृति मिलते ही पैरामेडिकल स्टाफ और अस्पतालों को पीपीई की आपूर्ति शुरू कर दी जायेंगी। इटली और इंगलैंड जैसे बाजारों को भी काॅटन मास्क निर्यात करने की उनकी योजना है। ये काॅर्डिनेटेट प्रिंटेड मास्क इन देशों में बहुत लोकप्रिय हैं और इनकी बड़ी मांग है।

बबीता ने कहा “ कोविड एक ऐसा संकट है जिसके लिए हम कतई तैयार नहीं थे। इसका हमारे व्यवसायों और सप्लाई चेन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। हालांकि अब हमें आगे बढ़ना होगा और इस महामारी से सबक लेना होगा ताकि भविष्य में हम ऐसे किसी संकट का आसानी से मुकाबला कर सकें। यही सोच कर मैंने मास्क और पीपीई बनाने का निर्णय लिया और रास्ते में आने वाली चुनौतियों को दूर करने की ठान ली। इसमें मुझे वॉलमार्ट की टीम का समर्थन मिला। इस टीम ने मेरा मार्गदर्शन किया और वित्तीय योजनाओं और सरकार के कार्यक्रमों के बारे में सुझाव दिए। साथ ही, व्यावसाय परिचालन के बारे में जानकारी दी। हम जैसे छोटे उद्यमियों के लिए वेबिनार आयोजित कर हमें उद्योग जगत के दिग्गजों से ठोस सुझाव प्राप्त करने का अवसर दिया जिन पर अमल किया जा सकता है। ”

श्री शक्ति इंटरप्राइजेज के निदेशक राहुल बजाज के सामने भी यह दुविधा थी जब लॉकडाउन में हरियाणा के सोनीपत स्थित उनके चार मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में काम-काज ठप हो गया। 1956 में गठित श्री शक्ति एंटरप्राइज स्टील के बर्तनों का उत्पादक है। यह एक पारिवारिक व्यवसाय है। उन्होंने अपनी इन फैक्ट्रियों में से एक में हैंडवाश स्टेशन का निर्माण शुरू किया। पैडल वाले ये हैंडवाश स्टेशन पैर से काम करेंगे। इसका प्रोटोटाइप केवल तीन दिन में बन गया जिसे स्थानीय समुदाय ने खूब सराहा। इससे उत्साहित होकर राहुल ने यह वालमार्ट को भेज दिया ताकि तकनीकी और आर्थिक रूप से इसकी सफलता को लेकर सही राय मिले। और आज लाॅकडाउन के दौर में भी राहुल को विभिन्न उद्योगों, सार्वजनिक और सरकारी संस्थानों से हैंड्स-फ्री हैंडवाॅश स्टेशनों के 850 ऑर्डर मिल गए हैं।

उन्होंने कहा ‘‘हमारा किचेनवेयर कारोबार शून्य हो गया था। कारोबार में बने रहने के लिए हमारे सामने एकमात्र रास्ता इनोवेट करना था। यह एक तरह से समुदाय के कल्याण काम भी है। वॉलमार्ट ने हमारे प्रोडक्ट की व्यवहार्यता और इसे पेश करने की समझ हासिल करने में मदद की। वॉलमार्ट वृद्धि के तहत एक-एक एमएसएमई को कोविड संबंधी सुरक्षा निर्देशों, राहत के उपायों और अन्य व्यावसायिक मामलों की जानकारी दी जा रही है। इस संकट के दौर में हम जैसे व्यवसायों के लिए वालमार्ट की यह मदद बहुत उपयोगी और मूल्यवान है।’’