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यूपी में बनाए जा रहे हैं 211 सेतु , मार्च 2020 तक का लक्ष्य तय- केशव प्रसाद मौर्य

लखनऊ,  उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि सेतुओं/आर0ओ0बी0/फ्लाई ओवर के निर्माण निर्धारित मानकों के अनुरूप ही करें। उन्होने कहा कि सभी कार्य एप्रूव डिजाइन के अनुसार होना चाहिए और कार्य निर्धारित समयसीमा के अन्दर अनिवार्य रूप से पूर्ण किये जांय। श्री केशव प्रसाद मौर्य गुरूवार को (देर रात तक) प्रदेश में निर्मित किये जा रहे पुलों/आर0ओ0बी0/फ्लाई ओवर के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।

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उन्होने कहा कि फ्लाई ओवर बनाने व बाईपास बनाने के कार्यों में लगने वाली धनराशि व स्थानीय आवश्यकताओं को देखते हुये यह सुनिश्चित किया जाय कि किस कार्य में कम धनराशि खर्च होगी और जिसमें कम धनराशि खर्च हो, वही कार्य कराये जांने का प्लान बनाएं। यदि फ्लाई ओवर बनाने में ज्यादा धनराशि व्यय होनी हो, तो स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए यातायात सुगम बनाने के लिए बाईपास/अण्डरपास बनाने पर विचार किया जाय। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि परियोजनाएं आगामी 20 सालों की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर बनायी जांय।

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उन्होने कहा कि पुराने जर्जर पुलों के निर्माण पर भी विशेष ध्यान दिया जाय और जहाॅ के पुनरीक्षित आगणन आने हैं, अगले 10 दिन के अन्दर अनिवार्य रूप से दे दिये जांय। उन्होने कहा कि रेलवे द्वारा कराये जा रहे कार्यों में रेलवे के अधिकारियों के साथ हाई-लेबल बैठक की जाय, कार्यों में विलम्ब नहीं होना चाहिए। उन्होने कहा कि रेलवे के अधिकारियों के साथ हर माह बैठक की जाय।

श्री मौर्य ने निर्देश दिये कि अयोध्या लखनऊ और वाराणसी में निर्माणाधीन सड़क व पुलों की परियोजनाओं पर विशेष रूप से फोकस किया जाय। उन्होने कहा कि जहाॅ अतिक्रमण की समस्या हो, वहाॅ स्थानीय प्रशासन से सहयोग लेकर अतिक्रमण हटवाया जाय। उन्होने जोर देते हुए कहा कि जहाॅ भी कार्य हो रहे हैं वहाॅ पर्यावरण प्रदूषण न होने पाए इसके लिए जरूरी उपाय अनिवार्य रूप से किये जांय।

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उन्होने कहा कि फ्लाई ओवरों के किनारे सुन्दर व अच्छी रेलिंग लगाई जाय। उन्होने कहा कि अभिलेखों का डिजिलिटीकरण किया जाय। उन्होने सेतु निगम के सभी चीफ प्रोजेक्ट मैनेजरों को निर्देश दिये कि वह प्रतिदिन दो शिफ्टों में कार्य करायें। यथासम्भव सुबह 8 बजे से रात 12 बजे तक दो शिफ्टें बनायी जांय और यह भी ध्यान रखा जाय कि प्रथम शिफ्ट में कार्य करने वाले लोग दूसरी शिफ्ट में न रहें। उन्होने निर्देश दिये कि कार्य करने वाले मजदूरों आदि का बीमा अवश्य कराया जाय।

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उपमुख्यमंत्री ने कहा विभागीय अधिकारी ध्यान दें कि आर0ओ0बी0/फ्लाई ओवर की जमीन पर अतिक्रमण न होने पाये और उस जमीन का सदुपयोग करने के लिए पहले से ही प्लान बनायें। उन्होने निर्देश दिये कि जहाॅ जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता हो, स्थानीय प्रशासन का सहयोग लेकर अधिग्रहण की कार्यवाही शीघ्रातिशीघ्र करायी जाय। उन्होने कहा कि निर्माण कार्यों से जाम  की समस्या न पैदा हो इसके लिए पहले से ही वैकल्पिक व्यवस्था किया जाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होने कहा कि कहीं कहीं ऐसा देखा गया है कि कई अन्य विभागों की परियोजनाओं के निर्माण के समय सड़के खोद दी जाती हैं और वह खुदी पड़ी रहती हैं। यह सुनिश्चित किया जाय कि सड़कों की मरम्मत समय से करायी जाय और इसके लिए सभी सम्बन्धित विभागों के साथ उच्च स्तर पर बैठक करके इसका समाधान सुनिश्चित कराया जाय। उन्होने कहा कि नये बनाये जाने वाले सेतुओं की सूची उपलब्ध करायी जाय।

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प्रमुख सचिव लो0नि0वि0 श्री नितिन रमेश गोकर्ण, व सचिव लो0नि0वि0 श्री रंजन कुमार ने भी निर्माण कार्यों में पारदर्शिता लाने व कार्यों को तीव्र गति से पूरा कराने एवं पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिये। प्रबन्ध निदेशक उ0प्र0 सेतु निगम श्री पी0के0 कटियार ने बताया कि उन्होने अपने लगभग 3 माह के कार्यकाल में सेतु निगम के कार्यों में उल्लेखनीय प्रगति लाने का कार्य किया है और कर रहे हैं। उन्होने बताया कि उ0प्र0 में इस समय 211 सेतु निर्माणाधीन हैं, जिसमें 128 सेतु मार्च 2020 तक पूर्ण किये जाने का लक्ष्य है और 10 पूर्ण हो गये हैं, तथा 02 सेतु इसी माह नवम्बर में पूरे हो जायेंगे। उन्होने बताया कि समस्त सेतुओं की डेली टेस्टिंग रिपोर्ट मुख्यालय पर आन-लाईन मंगाई जा रही है। एक एडवाइजरी बोर्ड भी बनाया जा रहा है।

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कास्टिंग कार्यशाला बनाये जाने हेतु लखनऊ में लोक निर्माण विभाग की 14 बीघा जमीन उपलब्ध कराने के लिए पी0के0 कटियार द्वारा किये गये अनुरोध को स्वीकार करते हुये बैठक में जमीन उपलब्ध कराने की सैद्धान्तिक सहमति भी प्रदान की गयी। पी0के0 कटियार ने बताया कि सेतु निगम में व्यय की आन-लाईन व्यवस्था भी बनायी गयी है। पर्यावरण संरक्षण के लिए पानी का छिड़काव किये जाने के निर्देश सभी चीफ प्रोजेक्ट मैनेजरों को दिये गये हैं।

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श्री कटियार ने बताया कि सेतु निगम अपने सुदृढ़ व सुव्यवस्थित व सुनियोजित कार्यों के लिए देश व दुनिया में जाना जाता है। अभी तक सेतु निगम द्वारा रू0 1892 करोड़ के कार्य एक साल में कराये जाने का रिकार्ड रहा है और उनकी कोशिश है कि इस वर्ष रू0 2200 करोड़ से अधिक धनराशि के कार्य पूर्ण कराये जांय। बैठक में प्रमुख सचिव, लो0नि0वि0, श्री नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव लोक निर्माण विभाग श्री रंजन कुमार, लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष श्री रमेश चन्द्र बर्नवाल, मुख्य अभियन्ता (मु-1) श्री संजय गोयल के आलावा सेतु निगम के विभिन्न मण्डलों के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर प्रमुख रूप से उपस्थित थे।