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बीएसपी मे आया बड़ा बदलाव, मायावती ने खत्म की ये पुरानी परंपरा…

लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने पार्टी मे बड़ा बदलाव किया हैं। सूत्रों के अनुसार, बसपा अध्यक्ष मायावती के निर्देश पर बीएसपी मे एक पुरानी परंपरा को समाप्त कर दिया गया है, कार्यकर्ताओं और बसपा नेताओं ने बहनजी के आदेश पर पैर छूने की  परंपरा छोड़ दी है।

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पार्टी के संगठनात्मक ढांचों में परिवर्तन के बाद अब मायावती ने अभिवादन के तरीके में  बड़ा बदलाव किया है। मायावती ने कार्यकर्ताओं के बीच समानता लाने के भाव से अब अभिवादन के दौरान किसी  के भी पैर छूने पर रोक लगा दी है। सूत्रों के मुताबिक मायावती ने इस संबंध मे सभी जोनल कोऑर्डिनेटर समेत अन्य पदाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। बहन जी के निर्देश के बाद अब पार्टी के पदाधिकारी इस आदेश का पालन बूथ स्तर तक कराने में जुट गए हैं।

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 बीएसपी के राज्यसभा सांसद मुनकद अली ने बताया कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता बहनजी  का काफी सम्‍मान करते हैं. वे उन्‍हें अपना सबसे बड़ा नेता मानते हैं. ऐसे में उनके प्रति सम्‍मान दर्शाना आम बात है. वे जहां भी जाती हैं वे सम्‍मान दर्शाने के लिए उनके पैर छूते हैं. बहनजी ने कहा कि यह ठीक नहीं है और अब पैर न छूने के उन्‍होंने निर्देश दिए हैं। उन्होने बताया कि पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को आपस में “जय भीम’ के जरिए एक-दूसरे का अभिवादन करने को कहा गया है।

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मुनकद अली ने बताया कि बसपा हमेशा से सभी तरह की सामाजिक असमानता के खिलाफ खड़ी रही है और बहनजी दलितों की मुखिया हैं. इससे (पैर न छूने से) पार्टी में समतावाद की भावना बढ़ेगी। अभिवादन के लिए “जय भीम” के संबोधन से कार्यकर्ताओं में डॉ. भीमराव अंबेडकर के आदर्शों के प्रति विश्वास बढ़ेगा।

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