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छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव- जानिये क्या हैं राजनैतिक समीकरण ?

नई दिल्ली, चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. इसी के साथ इन राज्यों में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है. पांचो राज्यों में वोटों की गिनती एक साथ 11 दिसंबर को होगी.

चुनाव आयोग ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की है. इन पांचों राज्यों में से तीन राज्यों मे बीजेपी की और मात्र एक राज्य मे कांग्रेस की सरकारें हैं. राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ मे बीजेपी और मिजोरम मे कांग्रेस की सरकार है, जबकि तेलंगाना मे तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) की सरकार है. तेलंगाना मे मुख्यमंत्री, टीआरएस के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव (केसीआर) हैं.

छत्तीसगढ़ मे मुख्यमंत्री रमन सिंह के नेतृत्व में बीजेपी ने पिछले चुनाव में लगातार तीसरी बार कांग्रेस को मात देकर सरकार बनाई थी. छत्तीसगढ़ में विधानसभा की कुल 90  सीटें हैं. 2013 में विधानसभा चुनाव बीजेपी को 49, कांग्रेस को 39, बसपा को 1 और अन्य को एक सीट मिली थी. यह राज्य आदिवासी बहुल राज्य है जहां  कुल 51 सीटें सामान्य, 10 सीटें एससी और 29 सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं.

छत्तीसगढ़ में बीजेपी, कांग्रेस, छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस, बसपा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी मैदान में है. वैसे तो बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है. लेकिन इस बार  कांग्रेस से बगावत कर अजीत जोगी ने छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस-जोगी नाम से पार्टी बनाई है और उन्होंने बसपा से गठबंधन कर लिया है. इससे अब मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.

छत्तीसगढ़ में 31.8 फीसदी मतदाता आदिवासी समुदाय से हैं और 11.6 फीसदी वोटर दलित हैं. दोनों समुदाय के मिलकर करीब 43.4 फीसदी वोट होते हैं, जो किसी भी पार्टी को सत्ता में पहुंचाने के लिए काफी अहम हैं. इसी के मद्देनजर बसपा और अजीत जोगी ने आपस में गठबंधन किया है. जनता कांग्रेस जोगी (जेसीजेसी) 55 और बसपा 35 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेगी. बसपा ने अपने 35 उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी कर दी है. बसपा के खाते में ऐसी सीटें आई हैं जो दलित और आदिवासी बहुल मानी जाती हैं.