Breaking News

बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग में मिट्टी के ये एयरकूलिंग सिस्टम वरदान

नई दिल्ली, HistoryTV18 पर कृष्णा, अभिषेक लेकर आ रहे हैं दिल्ली की दो दिलचस्प कहानियां जिसे आप OMG! Yeh Mera India शो पर 27-28 जनवरी को रात 8 बजे देख सकेंगे की कैसे दिल्ली की महिलायें हैं दो-दो हाथ करने को तैयार और मिट्टी का AC कैसे ठंडा कर रहा है गर्म पर्यावरण को। महिलाओं ने हमेशा ही दिखाया है कि वो किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं हैं और अब वो मर्दों से दो-दो हाथ करने के लिए भी तैयार हैं।OMG! Yeh Mera India सबसे कामयाब फैक्चुअल एंटरटेनमेंट शो है जो अनोखी , मज़ेदार और प्रेरणाप्रद कहानियों से दर्शकों का ज्ञान के साथ भरपूर मनोरंजन करता है।

दिल्ली के रॉयल स्पोर्ट्स क्लब में महिलाओं को आर्म रेसलिंग यानि पंजा लड़ाने का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है और इसका श्रेय जाता हैलक्ष्मण सिंह भंडारी को जो एक प्रोफेशनल आर्म रेसलर हैं। दिल्ली के निवासी लक्ष्मण ने करीब 30 साल पहले आर्म रेसलिंग शुरू की थी और उन्होंने इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीते। अपने करियर में एक अच्छा मुकाम हासिल करनेके बाद लक्ष्मण ने फैसला लिया कि वो महिलाओं को आर्म रेसलिंग की फ्री कोचिंग देंगे। लक्ष्मण का कहना है कि आर्म रेसलिंग से महिलायें शारीरिक और मानसिक रूप से और मजबूत बनती हैं। यहाँ आने वाली महिलाओं में युवा लड़कियों के साथ-साथ गृहणियां भी शामिल हैं।

आर्म रेसलिंग की ट्रेनिंग ले रही एक महिला ने  बताया कि उनकी शादी कम उम्र में ही हो गयी थी। उनकी पढ़ाई भी पूरी नहीं हो पायी। फिर उन्होंने इस क्लब की एक महिला का वीडियो देखा जिसने 10 पुरुषोंको आर्म रेसलिंग में हरा दिया। उन्होंने भी फैसला लिया कि वो भी इस क्लब में शामिल होंगी। आज वो एक प्रोफेशनल आर्म रेसलर है और इससे उनके आत्मविश्वास को बहुत बढ़ावा मिला है। यहाँ प्रशिक्षित हुई लड़कियां आज अपनी रक्षा खुद कर सकती हैं। इतना ही नहीं इन लड़कियों नेकई नेशनल और स्टेट लेवल चैंपियनशिप में मेडल भी जीते हैं। महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक अत्यंत महत्वपूर्ण काम कर रहे इस क्लब की कहानी लेकर आ रहा है इंडिया के अजब-गजब किस्सों से भरपूर शो OMG! Yeh Mera India।

आपने मिट्टी के बर्तन, खिलौनों और घरों को तो देखा होगा पर क्या आपने मिट्टी के AC के बारे में सुना है? दिल्ली के आर्किटेक्ट मोनीष सिरिपुरापु ने पर्यावरण की नयी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए मिट्टी के एयर कूलिंग सिस्टम का आविष्कार किया है। यह उसी सिद्धांत पर काम करता है जिससे मिट्टी के घड़े में पानी ठंडा रहता है। बोतल के आकार में टेराकोटा से बनी नलियों से मधुमक्खी के छत्ते जैसा एक स्ट्रक्चर तैयार किया जाता है और फिर इन पर धीरे-धीरे पानी गिराया जाता है। इन नलियों से गर्म हवा प्रवेश करती है और ठंडी हवा में बदलकर निकलती है। इस प्राकृतिक एयर कूलिंग सिस्टम से तापमान में करीब 6 -7 डिग्री की गिरावट आती है। इलेक्ट्रॉनिक एयर कंडीशनर हमारे घर और ऑफिस को ठंडा तो करते हैं पर बदले में वो वातावरण को और गर्म बनाते हैं। इसके विपरीत प्रकृति, आर्किटेक्चर और तकनीक के संगम से बने ये मिट्टी केAC आपके घर, ऑफिस और फैक्ट्री के साथ-साथ वातावरण को भी ठंडा रखते हैं। ग्लोबल वार्मिंग के इस दौर में मोनीष का यह इनोवेशन क़ाबिले-तारीफ़ है और इसीलिए उनके इस काम को संयुक्त राष्ट्र ने भी सराहा है। जिस तरह से ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है, आने वाले समय में मिट्टी के ये एयरकूलिंग सिस्टम वरदान साबित हो सकते हैं।

आभा यादव