Breaking News

तेलंगाना विधानसभा चुनाव- जानिये क्या है राजनैतिक समीकरण ?

नई दिल्ली, चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. इसी के साथ इन राज्यों में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है.  पांचो राज्यों में वोटों की गिनती एक साथ 11 दिसंबर को होगी.

चुनाव आयोग ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव की घोषणा की है. इन पांचों राज्यों में से तीन राज्यों मे बीजेपी की और मात्र एक राज्य मे कांग्रेस की सरकारें हैं.  राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ मे बीजेपी और मिजोरम मे कांग्रेस की सरकार है, जबकि तेलंगाना मे तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) की सरकार है. तेलंगाना मे मुख्यमंत्री,  टीआरएस के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव (केसीआर) हैं.

तेलंगाना में कुल 119 विधानसभा सीटें हैं. पिछली बार राज्य के विधानसभा चुनाव 2014 के लोकसभा चुनाव के साथ हुए थे. लेकिन मुख्यमंत्री केसीआर ने समय से पहले विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर दी थी. 2014 के विधानसभा चुनाव में राज्य की 119 सीटों में से केसीआर की पार्टी टीआरएस को 90 सीटें मिली थी. जबकि कांग्रेस को 13,  ओवैसी की पार्टी AIMIM को 7, बीजेपी को 5, टीडीपी को 3 और सीपीआईएम को 1 सीट मिली थी.

तेलांगना के मुख्यमंत्री और सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर 2019 के राष्ट्रीय सियासी परिदृश्य को काफी दिलचस्प बना दिया है. दरअसल, राज्य में 2019 के लोकसभा चुनावों के साथ विधानसभा चुनाव होने वाले थे, लेकिन उन्होने 6 सितंबर को विधानसभा भंग कर राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के साथ तेलंगाना में भी चुनाव कराने की सिफारिश कर डाली.

तेलांगना राज्य मे तकरीबन 12-13 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता है. टीआरएस को मुसलमानों का अच्छा खासा समर्थन हासिल है. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के साथ उसका गठबंधन भी है. सूत्रों के अनुसार, मुसलमानों के वोट को खोने के डर से चंद्रशेखर राव विधानसभा का चुनाव जल्द करवा लेना चाहते थे, ताकि लोकसभा के चुनाव के समय कुछ ऐसा वातावरण न बने, जिसमें मुसलमानों का वोट उनसे दूर हो और उन्हें विधानसभा चुनावों में नुकसान उठाना पड़ जाए.

जबकि कांग्रेस मुसलमानों को यह यकीन दिलाना चाहती है कि टीआरएस का भाजपा के साथ समझौता हो चुका है. कांग्रेस ने चंद्रशेखर राव द्वारा नोटबंदी, जीएसटी आदि मुद्दों पर मोदी सरकार के समर्थन को सबूत के तौर पर पेश किया.  कांग्रेस, टीडीपी और सीपीआई ने तेलंगाना में साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है. प्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी ने यहां तक दावा किया है कि चंद्रशखर राव को अपदस्थ करने के लिए वे राज्य के हर विपक्षी दल और संगठन को एक मंच पर जमा करेंगे.