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उन्नाव रेप पीड़िता की सफदरजंग अस्पताल में मौत, परिजनों को मिल रही धमकियां

नई दिल्ली , उन्नाव रेप पीड़िता  की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई है. उन्नाव में रेप पीड़िता को आरोपियों ने जिंदा जलाकर मारने की आरोपियों ने कोशिश की थी. अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि पीड़िता 90 फीसदी तक गंभीर रूप से जली हुई थी.

यह घटना उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के सिंदुपुर गांव की है. लड़की उन्नाव की रहने वाली थी, जिसके साथ रायबरेली में रेप हुआ था, वहीं पर केस चल रहा है.  पीड़िता ने बताया कि वह गैंगरेप मामले की सुनवाई के लिए रायबरेली जा रही थी. तड़के करीब चार बजे वह ट्रेन पकड़ने के लिए बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन के लिए घर से निकली थी.

जब वह गौरा मोड़ के पास पहुंची थी, तभी वहां पहले से मौजूद हरिशंकर त्रिवेदी, रामकिशोर त्रिवेदी, उमेश बाजपेयी और रेप के आरोपित शिवम त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी ने उसे घेर लिया. लाठी और चाकू से हमला कर दिया. हरिशंकर शुभम का पिता है. इससे वह जमीन पर गिर गयी. इसके बाद आरोपियों ने पेट्रोल डाल कर आग लगा दी.

पुलिस के अनुसार, आरोपियों से बचने के लिए पीड़िता अधजली अवस्था में करीब एक किमी तक दौड़ कर भागती रही. उसने खुद ही पुलिस को कॉल भी किया था. युवती ने खुद पुलिस को आपबीती बतायी. उसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस उसे अपने साथ ले गयी. लड़की को गंभीर हालात में लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया था और  बृहस्पतिवार शाम लखनऊ से एयर लिफ्ट कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती किया गया था.

सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता के लिए अलग आईसीयू कक्ष बनाया गया था और डॉक्टरों की एक टीम लगातार निगरानी भी कर रही थी. बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. शलभ कुमार खुद पीड़िता की स्थिति पर नजर बनाए हुए थे, लेकिन बचाया नहीं जा सका. अस्पताल सूत्रों के अनुसार, रेप विक्टिम ने देर रात 11.40 पर कार्डियक अरेस्ट के बाद आखिरी सांस ली. पीड़िता ने पांच आरोपियों के नाम बताए हैं.

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पीड़िता के पिता ने बताया कि शिवम ने मेरी बेटी को पहले फंसाया, फिर एक दिन रायबरेली ले गया. वहां उसने दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया. फिर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर वह बेटी को ब्लैकमेल करने लगा. बेटी को लेकर  दो महीने तक रायबरेली में रहा. इसके बाद बेटी को घर छोड़ गया.

जब हम लोगों को सारी बात पता चली, तो हमने शादी के लिए कहा, तो वह हमें ही धमकाने लगा. इसके बाद 12 दिसंबर, 2018 को आरोपी शिवम अपने साथी शुभम के साथ आया. दोनों मंदिर में शादी कराने के बहाने उसे ले गये और गैंगरेप किया. बहुत दौड़-भाग के बाद 5 मार्च, 2018 को एफआइआर दर्ज हो पायी थी.

बलात्कार पीड़िता को जिंदा जलाने की जघन्‍य वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी के रिश्तेदार ने अब पीड़िता के चाचा-चाची को भी जान से मारने की धमकी दी है. पीड़िता के चाचा के अनुसार उन्हें आरोपी शिवम के फूफा ने फोन करके धमकी दी कि वे उनकी दुकान जला देंगे और जीने नहीं देंगे. पीड़िता के चाचा गंगाघाट थाना इलाके के सीताराम कालोनी में किराये के मकान में रहकर एक छोटी सी दुकान चलाते हैं.