इतने तरह का होता है नमक, इस्तेमाल जानकर रह जाएंगे हैरान

नमक ऐसी चीज है जो हर किसी के किचन में होती है, मगर यह सिर्फ खाने में डालने के ही काम नहीं आती। इसके कई और फायदे भी हैं, किसी भी मसाले की कमी स्वाद में बर्दाश्त की जा सकती है लेकिन नमक की नहीं. नमक का स्वाद हमारे पांच बेसिक स्वादों (नमकीन, मीठा, तीखा, खट्टा और फीका) में से एक होता है. लेकिन नमक खुद एक ही तरह का नहीं होता. नमक इन 12 तरीकों के होते हैं –

टेबल सॉल्ट: यह सबसे कॉमन नमक है. यह जमीन के नीचे पाए जाने वाले लवणीय तत्वों से बनाया जाता है. इसे निकालने के बाद इसकी अशुद्धियां और खनिज साफ कर दिए जाते हैं. ज्यादातर टेबल सॉल्ट में आयोडीन भी मिलाया जाता है. इसे घेंघा का सटीक उपचार माना जाता है.

कोशेर सॉल्ट: कोशरिंग सॉल्ट जिसे अमेरिका में कोशेर सॉल्ट भी कहा जाता है. इसके दाने टेबल सॉल्ट की अपेक्षा मोटे और परत वाले होते हैं. अपने साइड के चलते मीट के ऊपर छिड़कने के लिए इसे बेहतरीन माना जाता है. साथ ही यह तेजी से घुलता है, जिसके चलते किसी भी खाने में इसके उपयोग को अच्छा माना जाता है. 

काला नमक: यह भी हिमालयी क्षेत्रों में ही पाया जाता है. इसे एक जार में चारकोल, जड़ी-बूटियों, बीजों और छालों के साथ पैक कर दिया जाता है. फिर एक भट्टी में चार घंटे के लिए छोड़ दिया जाता है. जिससे यह स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा हो जाता है. पाचन के लिए भी इसे अच्छा माना जाता है. शाकाहारी लोग जो अंडा नहीं खाते अगर इसका खाने में प्रयोग करें तो उन्हें अंडे जैसा स्वाद भी मिल जाता है.

फ्लेक सॉल्ट: इसे नमकीन पानी से वाप्पीकरण के जरिए निकाला जाता है. यह पतली परत वाला, गैर बराबर कणों वाला और सफेद होता है. लेकिन इसमें खनिजों की मात्रा कम होती है. इसे मीट आदि खानों के लिए फिनिशिंग सॉल्ट के तौर पर प्रयोग किया जाता है.

ब्लैक हवाईयन सॉल्ट: इसे ब्लैक लावा सॉल्ट के तौर पर भी जाना जाता है. इसे भी समुद्र से ही निकाला जाता है. एक्टीवेटेड चारकोल की मात्रा भी होने के कारण यह गहरे काले रंग का होता है. इसके दाने बराबर नहीं होते, पोर्क और सीफूड जैसे खानों के फिनिशिंग सॉल्ट के तौर पर इसका इस्तेमाल किया जाता है.

रेड हवाईयन सॉल्ट: इसे अलेया नमक भी कहते हैं. यह एक अनरिफाइंड नमक होता है. इसका हल्का लाल रंग, ज्वालामुखी के लौह खनिजों और अलेया क्ले के चलते लाल होता है. इसका इस्तेमाल खाने के साथ तमाम पारंपरिक कार्यों में भी किया जाता है.

स्मोक्ड सॉल्ट: इस नमक को दो हफ्तों तक लकड़ी की आग में धीरे-धीरे धुंआ दिया जाता है. जिससे खाने में डालने पर इनसे एक स्मोकी टेस्ट आता है. मीट और आलू पकाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है. और अलग-अलग लकड़ियों के इस्तेमाल से नमक के स्वाद में भी बदलाव आता है.

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