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क्षेत्ररक्षण में नये मानदंड स्थापित कर रहा उमेशः श्रीधर

shridharनई दिल्ली,  भारतीय टीम के क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर ने बहु विशेषज्ञ क्षेत्ररक्षकों को तैयार करने पर जोर दिया और साथ उमेश यादव की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि अपने क्षेत्ररक्षण कौशल से वह तेज गेंदबाजों के लिये नये मानदंड स्थापित कर रहे हैं। श्रीधर ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच 20 अक्तूबर को यहां होने वाले दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के अभ्यास सत्र से पहले विराट कोहली और रविंद्र जडेजा की चपलता और चुस्ती की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा, यह अच्छी बात है कि हमारे कुछ तेज गेंदबाज अच्छे एथलीट भी हैं। उमेश निश्चित तौर पर शानदार क्रिकेटर है और बहुत अच्छी थ्रो करता है। शमी भी बहुत अच्छा एथलीट है। श्रीधर ने कहा, हमारे लिये यह अच्छी बात है कि हमारे कुछ तेज गेंदबाज बहुत अच्छे क्षेत्ररक्षक हैं और उमेश बेजोड़ है। अभ्यास के दौरान कैच और क्षेत्ररक्षण का जमकर अभ्यास करते हैं। उमेश उन खिलाड़ियों में शामिल है। जहां तक तेज गेंदबाजों का सवाल है तो वह नये मानदंड स्थापित कर रहा है।

भारतीय तेज गेंदबाजों में कपिल देव बेहतरीन क्षेत्ररक्षक थे जो मैदान में किसी भी स्थान पर क्षेत्ररक्षक कर लेते थे लेकिन श्रीधर ने कहा कि वर्तमान टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो उनकी तरह क्षेत्ररक्षण कर सकते हैं। उन्होंने कहा, कपिल देव निसंदेह बेहतरीन क्षेत्ररक्षक थे लेकिन इस टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो उनकी तरह ही अच्छे क्षेत्ररक्षक हैं। मेरे दिमाग में अभी अगर कोई दो नाम आते हैं तो वे जडेजा और विराट के हैं। वे बेहद सटीक थ्रो करते हैं। उन्होंने कहा कि टेस्ट से वनडे क्रिकेट के प्रारूप में ढलना मानसिकता से जुड़ा होता है। श्रीधर ने कहा, टेस्ट में करीबी क्षेत्ररक्षण महत्वपूर्ण होता है जो कि उसके अधिक अनुकूल है लेकिन जब आपको टेस्ट से वनडे प्रारूप में ढलना होता है तो यह पूरी तरह से मानसिकता से जुड़ा होता है। पहले से ही खिलाड़ी में कौशल होता है लेकिन अपनी मानसिकता तय करनी होती है। हमारे पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो अधिक चपल हैं और 30 गज के घेरे में बेहतर क्षेत्ररक्षण कर सकते हैं।

हमारे पास ऐसे क्षेत्ररक्षक हैं जो अच्छा थ्रो कर सकते हैं। उन्होंने कहा, वनडे क्रिकेट में क्षेत्ररक्षण टीम के लिये यह महत्वपूर्ण होता है कि वह बल्लेबाज पर दबाव बनायें। उन्हें रन बनाने के लिये संघर्ष करना पड़े। मनीष (पांडे), विराट, जडेजा, रोहित (शर्मा) बेहद चुस्त क्षेत्ररक्षक हैं और 30 गज के घेरे के लिये उपयुक्त क्षेत्ररक्षक है। यदि जडेजा नहीं हो तो अक्षर यह भूमिका अच्छी तरह से निभा रहा है। श्रीधर ने कहा, अगर उपयोगिता और कौशल की बात करें तो क्षेत्ररक्षक का आलराउंड होना जरूरी है। डेथ ओवरों में यही खिलाड़ी सीमा रेखा पर भी अच्छा प्रदर्शन कर लेते हैं। हम असल में इस पर काम कर रहे हैं। बजाय एक या दो क्षेत्ररक्षकों पर निर्भर रहने के हम ऐसे क्षेत्ररक्षक तैयार कर रहे हैं जो बहु विशेषज्ञ हों और मैदान में हर जगह पर क्षेत्ररक्षण कर सके। यह इस टीम का लक्ष्य अच्छी क्षेत्ररक्षण टीम तैयार करनी है। महेंद्र सिंह धोनी और विराट दोनों ही क्षेत्ररक्षण को भी समान तवज्जो देते हैं।

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