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चार दलित छात्रों का निलंबन वापस,छात्रों के समर्थन में 14 इस्तीफे

नई दिल्ली, दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी मामले में प्रदर्शनकारी studentsuicide rohit अब तक हैदराबाद यूनिवर्सिटी के 14 स्टाफ ने प्रशासनिक पदों से इस्तीफा दे दिया है। वेमुला खुदकुशी मामले में प्रदर्शनकारी छात्र केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय के इस्तीफे, कुलपति को पद से हटाने, रोहित के परिवार को पांच करोड़ रूपए के मुआवजे और उसके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं।  छात्रों के दबाव के आगे झुकते हुए विश्वविद्यालय ने  उन चार दलित छात्रों का निलंबन वापस ले लिया, जिन्हें 17 जनवरी को खुदकुशी कर लेने वाले पीएचडी छात्र रोहित वेमुला के साथ निलंबित किया गया था।hyderabaduniversity वहीं, नाटकीय घटनाक्रमों में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समुदाय से आने वाले विश्वविद्यालय के 13 शिक्षकों ने अपने गुरुवार को प्रशासनिक पदों को छोड़ने की घोषणा की। इन शिक्षकों ने प्रदर्शनकारी छात्रों का समर्थन करते हुए इस्तीफे की धमकी दी थी। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को यूनिवर्सिटी का दौरा किया था और छात्रों से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार दलित विरोधी है। उन्हेांने कहा कि मोदी सरकार की नीति है कि मेरी बात मानो वरना मजा चखा देंगे।

आत्महत्या करने के मामले की जांच के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा गठित दो सदस्यीय तथ्यान्वेषी समिति अपनी रिपोर्ट तैयार करने के आखिरी चरण में है और वह आज अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है। सूत्रों ने बताया, यह उम्मीद की जाती है कि रिपोर्ट आज मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को सौंप दी जाएगी। ऐसा समझा जाता है कि समिति ने छात्रों, शिक्षाविदों और अन्य समेत विभिन्न तबके के लोगों से अपनी हैदराबाद यात्रा के दौरान बातचीत की। सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट में विश्वविद्यालय के अधिकारियों की भूमिका पर विचार किया जाएगा, जिनपर आत्महत्या का दोष मढ़ा गया है और व्यवस्थागत पहलुओं पर भी विचार किया जाएगा ताकि इस बात को सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो। एचआरडी मंत्रालय ने इस सप्ताह की शुरूआत में शकीला टी शम्सु और उप सचिव स्तर के अधिकारी सूरत सिंह की सदस्यता वाली दो सदस्यीय तथ्यान्वेषी दल का गठन किया था जिसे दलित शोधार्थी रोहित वेमुला के आत्महत्या करने के मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित शोधार्थी रोहित वेमुला द्वारा आत्महत्या से पहले कथित तौर पर लिखे गए पत्र को विश्लेषण के लिए फॉरेंसिक प्रयोगशाला भेजा गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया, पत्र को हैंडराइटिंग के मिलान और अन्य विश्लेषण के लिए फॉरेंसिक प्रयोगशाला भेजा गया है। रिपोर्ट मिलने में कुछ दिन लगेंगे। वेमुला हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में पीएचडी का छात्र था। उसकी आत्महत्या के मामले ने राजनैतिक तूफान खड़ा कर दिया है। रोहित का शव हैदराबाद विश्वविद्यालय परिसर में हॉस्टल के एक कमरे में गत रविवार को छत से लटकता पाया गया था।

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