नई दिल्ली, समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव लोकसभा में असहाय नजर आए। एक ओर जहां वो केंद्र पर निशाना साध रहे थे, वहीं दूसरी ओर वह अपने सांसदों को खोजते दिखाई पड़े। उत्तरप्रदेश के पूर्वी क्षेत्रों में इंसेफेलाइटिस बीमारी के कारण उत्पन्न गंभीर स्थिति को लेकर मुलायम सिंह यादव राज्य सरकार की ओर से सफाई दे रहे थे। तभी भाजपा सदस्य हंगामा करने लगे। इसपर मुलायम सिंह ने कहा, ” ये लोग क्यों नहीं बताते कि हमने पीड़ितों को मुआवजा दिया है। हमने उन्हें भी मुआवजा दिया है जिनके बच्चों की इससे मौत हो गई। हमारी सरकार इस मुद्दे पर गंभीर है। यह काफी खतरनाक बीमारी है।” मुलायम सिंह ने कहा इस समस्या का तब तक समाधान नहीं होगा जब तक केंद्र की ओर से मदद नहीं आएगी।
मुलायम सिंह अभी बोल ही रहे थे कि लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का नाम ले लिया। इसके बाद मुलायम सिंह का माइक बंद कर दिया गया, जिससे कांग्रेस नेता के सामने उनकी आवाज ही नहीं आ पाई। दिलचस्प बात यह रही कि शून्यकाल में बोलते समय मुलायम सिंह बार-बार पीछे देख रहे थे। उनकी बहू डिंपल यादव और पोता तेज प्रताप सिंह अपनी सीट पर मौजूद नहीं थे। मुलायम सिंह बार-बार इधर उधर देख रहे थे, जिसके बाद उनका भतीजा धर्मेंद्र उठकर उनके पास आया। जिसके बाद धर्मेंद्र ने स्पीकर स्टाफ से कुछ बोला और बाहर चले गए। थोड़ी देर बाद ही वह डिंपल और तेज प्रताप के साथ वापस लौटे।
मुलायम सिंह को बोलने से रोका, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने
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