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यूपा मे छठे दिन भी जारी रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की कलमबंद भूख हड़ताल

bhuk hadtalलखनऊ, आन्दोलन के कार्यक्रमानुसार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आज से जवाहर भवन में जवाहर प्रतिमा के नीचे कलमबंद भूख हड़ताल आज छठवें दिन भी जारी है। कलम बंद भूख हड़ताल में शामिल होने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां सेन्टर बंद कर लखनऊ आ रही जिससे दो दर्जन से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की हालत बिगडी हुई है। अभी तक सरकार की तरफ से इन अनशनकारी महिला आंगनबाड़ी को तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया है जिससे आंगनबाड़ी में मुख्यमंत्री के प्रतिउनमें नाराजगी बढ़ रही है।

आज हमीरपुर से आई आंगनबाड़ी ने आज मुख्यमंत्री के प्रति नारेबाजी करते हुए अपना आक्रोष जताया। 13 अगस्त को लखनऊ की रमा पाण्डेय, मीरा अवस्थी, कुसुम वर्मा, अनीता मिश्रा और सुमन यादव भूख हड़ताल करेगी। संघ की प्रदेश अध्यक्ष किरन वर्मा ने आज कहा कि प्रमुख सचिव को चूडियां पहनाने के साथ ही हम आंगनबाड़ी बहिनों ने इस बार सरकार के प्रति अविश्वास जताते हुए रक्षा बंधन पर्व न मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश कर रही कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं ने बताया कि उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी कार्यकत्री सहायिका संघ सात सूत्रीय मांगों को लेकर आन्दोलनरत कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं ने 21 जून को धरना स्थल लक्ष्मण मेला मैदान हजारों की संख्या में सहायिकाएं पहुंचकर जोरदार धरना एवं प्रदर्शन किया था। इसके उपरान्त जैसे ही वे पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार एनेक्सी की ओर रैली के लिए रवाना होने वाली थी शासन के प्रतिनिधियों ने उन्हें रोक लिया और उनकी वार्ता शासन स्तर पर राज्य मंत्री बाल विकास पुष्टाहार कैलाश चौरसिया एवं प्रमुख सचिव बाल विकास पुष्टाहार डिम्पल वर्मा से वार्ता कराई थी और आष्वासन मिला था कि एक माह में समस्याओं का निदान कर दिया जाएगा।

कलमबंद भूख हड़ताल को संबोधित करते हुए अध्यक्ष किरन वर्मा एवं महामंत्री कमलेश यादव ने कहा कि अब हमारे पास विकल्प नहीं बचा है। लगातार हमारी बहिनों की हालत खराब हो रही है, हम पर दबाव है इसलिए हम किसी भी समय मुख्यमंत्री आवास घेर सकते है। उन्होंने कहा कि उ.प्र. आंगनबाड़ी कार्यकत्री सहायिका संघ की सात सूत्रीय मांग पत्र पर लगातार पत्राचार और ज्ञापन दिये जा चुके है। मुख्य मांगों में कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को राज्य कर्मी का दर्जा, कार्यकत्रियों को 15 हजार तथा सहायिकाओं को 7.500 वेतनमान, मिनी आंगनबाडी कार्यकत्री को 15.000 रुपये, आंगनबाड़ी केन्द्रो में ग्रीश्मकालीन अवकाश, कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को सेवानिवृत्ति पर पेंशन, मुख्य सेविकाओं के रिक्त पदों पर तत्काल पदोन्नति, कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को पॉच-पॉच लाख का बीमा, कार्यकत्रियों और सहायिकाओं के मानदेय में प्रतिवर्श 25 प्रतिशत की वृद्धि और हॉड कुक्ड योजना के तहत प्रत्येक केन्द्र में गैस कनेक्शन की मांग शामिल है। अगर सरकार अब भी न जागी तो हम कठोर निर्णय लेने पर बाध्य होगें।

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