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‘पूर्व छात्रों और संस्थानों में जुड़ाव के लिए रचनात्मक प्लेटफॉर्म जरूरी’

नयी दिल्ली,  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व विद्यार्थियों और उनके संस्थानों के बीच जुड़ाव बनाये रखने की वकालत करते हुए रविवार को कहा कि इसके लिए रचनात्मक प्लेटफॉर्म विकसित किये जाने की दरकार है।

श्री मोदी ने आकाशवाणी पर प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को प्रसारित होने वाले ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि जहां से हासिल किया जाता है और जब कुछ लौटाने की बात आती है तो कुछ भी बड़ा या छोटा नहीं होता है।

उन्होंने कहा, “छोटे से छोटी मदद भी मायने रखती है। हर प्रयास महत्वपूर्ण होता है। अक्सर पूर्व विद्यार्थी अपने संस्थानों के प्रौद्योगिकी उन्नयन, भवन निर्माण, पुरस्कार और छात्रवृत्ति शुरू करने में तथा कौशल विकास के कार्यक्रम शुरू करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कुछ स्कूलोंके पुराने छात्रों के पूर्व छात्र संघ ने मेंटरशिप कार्यक्रम शुरू किए हैं। इसमें वे अलग-अलग बैच के विद्यार्थियों को गाइड करते हैं, साथ ही शिक्षा की संभावनाओं पर चर्चा करते हैं।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “कई स्कूलों, खासतौर से आवासीय विद्यालयों की एलुमनाई एसोसिएशन बहुत मजबूत है, जो खेल टूर्नामेंट और सामुदायिक सेवा जैसी गतिविधियों का आयोजन करते रहते हैं। मैं पूर्व विद्यार्थियों से आग्रह करना चाहूँगा, कि उन्होंने जिन संस्था में पढाई की है, वहाँ से, अपने जुड़ाव को और अधिक मजबूत करते रहें। चाहे वह स्कूल हो, कॉलेज हो, या विश्वविद्यालय।”

उन्होंने आगे कहा, ‘‘मेरा संस्थानों से भी आग्रह है कि वे पूर्व छात्रों को जोड़े रखने के नए और अभिनव तरीकों पर काम करें। रचनात्मक प्लेटफॉर्म विकसित करें एलुमनाई की सक्रिय भागीदारी हो सके। बड़े कॉलेज और विश्वविद्यालय ही नहीं, बल्कि हमारे गांवों के स्कूलों में भी मजबूत सक्रिय एलुमनाई नेटवर्क हो।”