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हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का और साथी गिरफ्तार

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लखनऊ, उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स(एसटीएफ) ने चित्रकूट से कानपुर में चौबेपुर क्षेत्र के विकरू गांव में आठ पुलिस कर्मियों के हत्यारोपी एवं मुठभेड़ में मारे गये हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का और साथी को गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि एसटीएफ की टीम ने सोमवार को कानपुर में दो जुलाई को पुलिस कर्मियों के हत्याकांड में शामिल 50 हजार के इनामी बदमाश बाल गोविन्द दुबे उर्फ लालू को चित्रकूट के कर्वी क्षेत्र में खोही से कर्वी जाने वाले मार्ग पर परिक्रमा मोड़ से गिरफ्तार किया है।

उन्होंने बताया कि इनामी बदमाश कानुपर के बिकरू गांव का निवासी है। वह दो जुलाई को विकास दुबे के साथ पुलिस कर्मियों की हत्या में शामिल था। पुलिस ने उस 50 हजार रूपये का इनाम घोषित किया था। हत्याकांड के बाद वह फरार चल रहा था।

उसके खिलाफ चौबेपुर थाने में लाेमहर्षक हत्याकाण्ड के विरूद्ध मु0अ0सं0 192/2020 धारा 147/148/149/302/307/395/120बी/412 भादवि व 7 सी0एल0ए0 एक्ट के तहत दर्ज है।
सूत्रों ने बताया कि इस दुर्दान्त अपराधी (मृतक विकास दूबे) के गिरोह के सदस्यों के विरूद्ध कार्रवाई एवं वांछितों की गिरफ्तारी के लिये एसटीएफ के पुलिस महानिरीक्षक तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं फील्ड इकाईयों में कई टीमे गठित कर कार्रवाई के निर्देश दिये । एसटीएफ टीमों द्वारा अपराधियों के सम्बन्ध में अभिसूचना संकलन की शुरू की गयी।

अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया। गठित टीमों द्वारा कानपुर नगर व आस पास के जिलों एवं विभिन्न प्रान्ताें में इन अपराधियों की सरगरमी से तलाश की जा रही थी। मुखबिर से सूचना मिली कि घटना में वांछित आरोपी 50 हजार रूपये का इनामी बाल गोविन्द दूबे उर्फ लालू चित्रकूट में भेषबदल कर रह रहा है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम चित्रकूट पहुचकर जमीनी स्तर पर अभिसूचना संकलित की। आरोपी को खोही से कर्वी जाने वाले मार्ग पर परिक्रमा मोड़ पर थानाक्षेत्र कोतवाली कर्वी, चित्रकूट से आवश्यक बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया गया।

एसटीएफ सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ में बताया कि मेरे दामाद विनीत शुक्ल जो चौबेपुर क्षेत्र के मोहिनी निविदा, कानपुर नगर का राहुल तिवारी से जमीनी विवाद है। राहुल तिवारी मेरे दामाद विनीत का सगा बहनोई है। राहुल तिवारी विनीत की बहन को गत 26 अप्रैल को भगा ले गया था। राहुल तिवारी ने विनीत शुक्ल की भैंस को जबरन बेच लिया था, इसी बात पर तत्कालीन थानाध्यक्ष चौबेपुर विनय तिवारी, राहुल तिवारी को पकड़ कर मेरे घर पर पूछताछ के लिए लाए थे।

मेरे घर पर उस समय मैं स्वयं, विकास दूबे, हीरू दूबे, शिवम दूबे बीडीसी, धीरू दूबे, शिवम दूबे, दलाल, अमर दूबे व प्रभात मिश्रा मौजूद थे। विकास दूबे ने थानाध्यक्ष चौबेपुर का मोबाइल जबरदस्ती उनसे छीन कर गाली-गलौज कर बैठा दिया था तथा राहुल तिवारी के साथ सभी ने मारपीट किया तत्पश्चात थानाध्यक्ष चौबेपुर राहुल तिवारी को लेकर वापस चले गए थे, रात करीब 11 बजे विकास दूबे ने प्रभात मिश्रा के माध्यम से मुझे घर से बुलवाया था, जब मैं विकास दूबे के घर पहुचा तो वहां पर पहले से 50-60 आदमी मौजूद थे जिनके पास तमाम असलहे थे। आरोपी ने बताया कि विकास दूबे के कहने पर गोपाल सैनी ने मुझे देशी बम, पुलिस पर जानलेवा हमला करने के लिए लाकर दिया था एवमं विकास ने बताया था कि राहुल तिवारी ने चौबेपुर थाने में मुकदमा लिखवाया है पुलिस हम लोगों को पकड़ने आ रही है आज हम पुलिस वालों को जिंदा नही जाने देंगे।

रात करीब 12.30 बजे पुलिस जब हमारे गांव में आई तो हम लोग पहले से छतों पर मौजूद थे, जैसे ही पुलिस ने रास्ते मे खड़ी जेसीबी पार की तो विकास दूबे ने चिल्ला कर कहा मारो सालों को इस पर सभी ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दिया था। मैंने भी पुलिस वालों पर जानलेवा हमला करते हुए दो बम फेका था। पुलिस वालों को मारने के बाद विकास दूबे के कहने पर सभी लोग अलग अलग दिशाओं में भाग गए थे।

गिरफ्तार आरोपी को पंजीकृत मु0अ0सं0 192/2020 धारा 147/148/149/302/307/ 395/412/120बी भादवि व 7 सी0एल0ए0 एक्ट थाना चौबेपुर, कानपुर नगर में दाखिल कराया गया है। अग्रिम वैधानिक कार्रवाई विवेचक/स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।