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मनोज सिन्हा बनाए गए जम्मू-कश्मीर के नए उपराज्यपाल..

श्रीनगर, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज सिन्हा को जम्मू-कश्मीर का नया उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है.  गिरीश चंद्र मूर्मू ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वीकार कर लिया है. राष्ट्रपति दफ्तर की ओर से जारी बयान में इसकी जानकारी दी गई है. 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जीसी मुर्मू को देश के नए ऑडिटर के पद के लिए नियुक्त किया जा रहा है. सूत्रों ने बताया है कि मुर्मू ने पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. दरअसल नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक का पद जल्द ही खाली हो रहा है क्योंकि मौजूदा ऑडिटर राजीव महर्षि 65 वर्ष के हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक, जीसी मुर्मू को नियंत्रक महालेखा परीक्षक का पद खाली होने के बाद नियुक्त किया जाएगा. नियंत्रक और महालेखा परीक्षक एक संवैधानिक पद है और इसे खाली नहीं छोड़ा जा सकता है.

राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ‘राष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के रूप में गिरीश चंद्र मुर्मू के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है. राष्ट्रपति मनोज सिन्हा को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के रूप में नियुक्त कर रहे हैं.’ कैबिनेट सचिवालय के एक सीनियर ब्यूरोक्रेट्स ने NDTV को बताया, “ऑडिटर राजीव महर्षि 8 अगस्त को 65 साल के हो जाएंगे, इसलिए सरकार जल्दबाजी में है.’

बीजेपी के कद्दावर नेता मनोज सिन्हा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रेल राज्यमंत्री रह चुके हैं. पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने गाजीपुर से चुनाव लड़ा था लेकिन वह नहीं जीत सके थे. गठबंधन के बहुजन समाज पार्टी उम्मीदवार अफजाल अंसारी से उन्हें 119,392 वोटों से हरा दिया था. 2014 के चुनाव में भी सिन्हा ने समाजवादी प्रत्याशी शिवकन्या कुशवाहा को 32,452 वोटों से हराया था. 2014 में मनोज सिन्हा को कुल 306,929 वोट मिले थे. तब सपा और बसपा ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था.

मूल रूप से ओडिशा के रहने वाले गिरीश चंद्र मुर्मू 1985 बैच के IAS अफसर हैं. नवंबर 1959 उनका जन्म हुआ था. मुर्मू ने पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ MBA भी किया है. बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के छात्र रह चुके जीसी मुर्मू को तेज-तर्रार अफसरों में गिना जाता है. मुर्मू पीएम नरेंद्र मोदी के साथ भी काम कर चुके हैं. जब पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब जीसी मुर्मू उनके प्रमुख सचिव थे. मुर्मू को पीएम मोदी का करीबी विश्वासपात्र माना जाता है.