Breaking News

यूपी: इस अभियान में बच्चों को विटामिन ‘ए’ की पिलाई जायेगी खुराक

लखनऊ, उत्तर प्रदेश में बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और रतौंधी सहित आंखों की अन्य बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाने के लिए अभियान का प्रथम चरण 13 अगस्त से शुरू होगा, 10 अगस्त को प्रदेश स्तर पर मुख्यमंत्री इसका उद्घाटन करेंगे।

औरैया में अभियान के दौरान 09 माह से 05 वर्ष तक के कुल एक लाख 73 हज़ार 647 बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बात बाल स्वास्थ्य पोषण माह की बैठक को शुक्रवार को संबोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा अर्चना श्रीवास्तव ने कही। उन्होंने कहा कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह का मकसद नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि, पांच साल तक के बच्चों की मृत्युदर में कमी लाना, रतौंधी से बचाव, कुपोषण से बचाव व उपचार, टीकाकरण के दौरान लक्षित बच्चों के साथ छूटे हुए का प्रतिरक्षण करना है। इसके साथ आयोडीनयुक्त नमक के प्रयोग से बच्चों में शारीरिक विकृतियों में कमी लाना है।

डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर (डीपीएम) मो. अनीश अहमद अन्सारी ने बताया कि बीएसपीएम माह के दौरान स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस विभाग के सहयोग से कई एक्टिविटीज की जाएंगी जिसमें नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी। नियमित टीकाकरण के दौरान लक्षित बच्चों का टीकाकरण खसरे के प्रथम टीके 9 से 12 माह एवं द्वितीय टीके 26 से 24 माह के साथ विटामिन ‘ए’ की प्रथम खुराक एवं द्वितीय खुराक का अच्छादन किया जाएगा। चिंहित अति कुपोसित बच्च्चों को रेफर किया जाएगा। इसके साथ छह माह तक केवल स्तनपान और छह माह के बाद पूरक आहार को बढ़ावा देने के लिए समुदाय को प्रेरित किया जाएगा। इसके अलावा आयोडीन युक्त नमक के प्रयोग के लिए समुदाय को जागरूक किया जाएगा।

यूनिसेफ के मंडलीय समन्वयक आशीष शुक्ल ने बताया की विटामिन ए एक घुलनशील विटामिन है। जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। यह सूक्ष्म पोशक तत्व कुपोषण से बचाता है। प्रदेश में लगभग 60 फीसद बच्चों में विटामिन ए की कमी होने का खतरा होता है, जो बच्चों में बीमारी और मृत्युदर की संभावनाओं को बढ़ाता है। विटामिन ए पिलाए जाने से सभी कारणों से मृत्यु में 23 प्रतिशत की कमी, खसरे के कारण होने वाली मृत्यु में 50 फीसद की कमी, अतिसार रोग के कारण होने वाली मौतों में 33 फीसद की कमी आएगी।

बैठक में डिप्टी सीएमओ, एमओआईसी, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी, संस्था यूनीसेफ के डीएमसी नरेंद्र शर्मा और यूएनडीपी के प्रतिनिधि सतेंद्र, बीपीएम, एएनएम आदि मौजूद रहे।