इस शख्स ने ये फॉर्मूले से खेली लॉटरी, जीते करोड़ों रुपए…..
February 6, 2019
नई दिल्ली, हममें से कई लोगों को गणित पढ़ने में मजा नहीं आता है. कई लोग इसे मजे से सीखते हैं और इसका सही इस्तेमाल करके वे करोड़ों रुपए भी कमा लेते हैं. अमेरिका के एक रिटायर्ड कपल ने गणित के फॉर्मूलों के सहारे लॉटरी में 200 करोड़ रुपये जीत लिए. मिशिगन में रहने वाले जेरी और मार्जी सेलबी ने गणित के साथ ही लॉटरी सिस्टम में मौजूद खामी का भी फायदा उठाया. दोनों एक कन्वीन्यन्स स्टोर चलाते हैं. दोनों की कहानी इतनी दिलचस्प है कि इस पर जल्द ही एक हॉलीवुड फिल्म भी बनने जा रही है.
जेरी के पास मैथ्स की डिग्री है. स्थानीय मीडिया के अनुसार लॉटरी जीतने पर दोनों का कहना है कि यह बेसिक अंकगणित का खेल है. इसी के सहारे लॉटरी में कामयाबी हासिल की. लॉटरी से हुई कमाई को जेरी और मार्जी ने अपने छह बच्चों की मदद और 14 पोते-पोतियों की पढ़ाई-लिखाई पर खर्च किया. दोनों की लव मैरिज हुई है.
80 साल के जेरी को साल 2003 में पहली बार ‘विनफॉल’ नाम के एक लॉटरी गेम के बारे में पता चला. इसके बारे में जानने के दौरान उन्हें एक खामी नजर आई. इससे उन्हें लगा कि उनके जीतने के अवसर ज्यादा हैं. यह लॉटरी गेम ‘रॉल डाऊन’ फीचर के साथ आता है. इसका मतलब है कि यदि किसी को भी जरूरी छह अंक नहीं मिलते हैं तो पैसा उसके आसपास पहुंचने वाले लोगों में बंटता है. उदाहरण के तौर पर जिन लोगों ने तीन और चार अंकों तक सही अनुमान लगाया हो उन्हें पैसा मिलता है.
जेरी ने हफिंगटन पोस्ट को बताया, ‘मैंने गुणाभाग किया तो पता चला कि इससे मुझे फायदा हो सकता है.’ हालांकि पहले प्रयास में जेरी को कामयाबी नहीं मिली और वे 50 डॉलर हार गए. इसके बाद उन्होंने 3600 डॉलर यानी तकरीबन 2.57 लाख रुपये की टिकटें खरीद लीं. उन्हें इस बार भरोसा था कि वे कामयाब हो जाएंगे.
उनका आत्म विश्वास रंग लाया और उन्होंने लगभग साढ़े लाख रुपये जीत लिए. अगले प्रयास में जेरी ने 11 लाख रुपये जीते. कुछ और लॉटरी जीतने के बाद जेरी ने अपनी पत्नी को इस बारे में बताया और करीबी दोस्तों व बच्चों के साथ मिलकर उन्होंने इंवेस्टमेंट कंपनी खोल ली. ये सब मिलकर हजारों टिकट खरीद लेते थे और इन्होंने करीब 57 करोड़ रुपये कमाए. हालांकि बाद में ‘विनफॉल’ लॉटरी बंद हो गई. लेकिन मेसाचुसेट्स में इसी तरह की एक लॉटरी चल रही थी तो ये लोग वहां चले गए.
मेसाचुसेट्स में भी छह साल तक इन लोगों ने काफी पैसे कमाए लेकिन जल्द ही ये लोग जांच के दायरे में आ गए. एक अखबार ने लॉटरी की खामी की ओर खुलाया किया. इसके बाद यह गेम बंद कर दिया गया और एक जांच शुरू कर दी गई. जांच में सामने आया कि एमआईटी के कुछ छात्र भी इसी खामी के जरिए पैसे कमा रहे थे. हालांकि पुलिस की जांच में इन लोगों को क्लीन चिट गई क्योंकि इन लोगों गलत तरीका नहीं अपनाया था.