अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आयटा) की आज जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रत्यक्ष और परोक्ष रोजगार मिलाकर विमानन क्षेत्र में करीब 6.55 करोड़ लोग काम करते हैं। यदि हवाई यातायात पर मौजूदा कड़े प्रतिबंध तीन महीने भी रहते हैं तो इनमें से 2.5 करोड़ लोगों का रोजगार छिन जायेगा।
उसने बताया कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 1.12 करोड़ लोगों की रोजी जायेगी जिसमें भारत भी शामिल है। यूरोप में 56 लाख, लातिन अमेरिका में 29 लाख, उत्तरी अमेरिका तथा अफ्रीका में 20-20 लाख और अरब देशों में नौ लाख लोगों के बेरोजगार होने का खतरा है।