विदेश से लौटे अखिलेश यादव से मिलने वालों का लगा तांता, …. ने कहा- भविष्य तो आपका ही है
July 12, 2018
लखनऊ, विदेश यात्रा से लौटे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का आज पार्टी कार्यालय, लखनऊ पहुंचने पर सैकड़ों की संख्या में एकत्र कार्यकर्ताओं और नौजवानों ने जिंदाबाद के गगनभेदी नारों से उनका स्वागत किया। उनसे भेंट करने वालों में किसानों के प्रतिनिधि, युवा, महिलाएं, पार्टी पदाधिकारी, विधायक तथा साधु सन्यासी भी शामिल थे।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भेंट करने वालों में साधु-सन्तों की एक टोली ने अखिलेश यादव को भविष्य में सफलता की शुभकामनाएं दी। साधु सन्यासियों ने अखिलेश यादव के कार्य व्यवहार पर टिप्पणी करते हुये कहा कि भविष्य तो आपका ही है। वहीं मिलने आयी बुजुर्ग महिलाओं ने अखिलेश यादव को आशीर्वाद दिया ।
अखिलेश यादव से मिलने आये अधिवक्ताओं ने कहा कि अधिवक्ता समाज आपके साथ है क्योंकि आप न्याय के रास्ते पर हैं। डाक्टरों के एक दल ने भी भेंट कर अपनी शुभकामनाएं दी। कई अभिभावकों ने कहा कि बच्चियों तक का भाजपा राज में जीवन सुरक्षित नहीं हैं, उनकों पढ़ने के लिए कैसे स्कूल भेजा जाए?
कानपुर से आए लोगों ने बताया कि जीएसटी की मार से कानपुर का कूलर उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। व्यापारी समाज बुरी तरह परेशान है। कुछ ने कहा कि भाजपा सरकार के समय कानून व्यवस्था चैपट हैं जेल कें अंदर भी हत्याएं हो रही हैं। महिलाओं और बच्चियों की इज्जत सुरक्षित नहीं।
लोगों ने बताया कि युवा कुंठित है। उनको रोजगार के सपने दिखाए गए थे पर हकीकत में कुछ नहीं हुआ। शिक्षा-स्वास्थ्य के क्षेत्र में अराजकता है। यूपी डायल 100 सेवा की प्रशंसा विदेशों में भी हुई थी। समाजवादी सरकार की इस सेवा को बदनाम किया गया। कुछ ने कहा कि भाजपा सरकार ने राज्य को बर्बाद कर दिया है। लोगों ने भाजपा राज में उत्पीड़न किए जाने की भी शिकायत की।
पूर्व मुख्यमंत्री से भेंट करने वालों में भाजपा सरकार की समाजवाद और समाजवादी पार्टी के प्रति पक्षपाती और विद्वेषपरक रवैये को लेकर काफी आक्रोश था। नौजवानों में अपने भविष्य के प्रति निराशा है।
अखिलेश यादव से आज सर्वश्री मो0 आजम खाँ, रामगोविन्द चौधरी, अहमद हसन, राजेन्द्र चौधरी, नरेश उत्तम पटेल, एस.आर.एस. यादव, नरेन्द्र वर्मा, अबरार अहमद, शशांक यादव, उदयवीर सिंह, राजेश यादव, संतोष यादव सनी, रामवृक्ष यादव, आनन्द भदौरिया, अरविन्द प्रताप सिंह, फरीद अहमद किदवाई ने भी भेंट की और राजनीतिक चर्चा में भी शामिल रहे।