अखिलेश यादव ने कहा, योगी ने पीएम मोदी को दिया धोखा उन्हे पता भी नहीं चला…..
July 14, 2018
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीएम मोदी को धोखे पे धोखे दिये जा रहे है उन्हें पता भी नहीं चल रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी सरकार की सबसे बड़ी परियोजना पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करेंगे. एक्सप्रेसवे के उद्धाटन से पहले अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी योजनाओं को सरकार अपने नाम से प्रचारित कर रही है.अखिलेश ने कहा कि ‘समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे’ का शिलान्यास पहले ही कर चुके हैं. बीजेपी अब समाजवादी शब्द को हटाकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के नाम पर उद्धाटन कर रही है. प्रदेश में आज सपा की सरकार होती तो ये एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो गया होता. उन्होंने कहा कि प्रदेश कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. बीजेपी सरकार के पास उपलब्धि गिनाने के लिए कुछ नहीं है.
अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नरेंद्र मोदी धोखा दे रहे हैं. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से पीएम के संसदीय क्षेत्र को ही काट दिया और मोदी को पता ही नहीं. पूर्वांचल एक्सप्रेस से बलिया और वाराणसी को काट दिया गया है. ये पीएम के साथ धोखा. पीएम को धोखे पर धोखा दिया जा रहा है, उन्हें पता भी नहीं चल रहा है. उनसे सिर्फ उद्धाटन कराया जा रहा है.
उन्होनें कहा कि सबसे कम समय में आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे बनाकर दिखाया. ये उदाहारण है कि कैसे कम समय में जमीन ली जा सकती है और कैसे कम समय बनाया जाता है. हम चाहते थे कि इस एक्सप्रेसवे के जरिए पूर्वांचल को जोड़ा जाए. समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे हमने तय किया था, क्योंकि जब सड़क बनती है तो खुशहाली अपने आप में आ जाती है और तरक्की अपने आप आ जाती है.
उन्होंने कहा कि आज हमसे ज्यादा कौन खुश होगा. क्योंकि हमारी योजना को बीजेपी सरकार उद्धाटन कर रही. उनके पास काम दिखाने के लिए कुछ नहीं है. इसीलिए वे दूसरे काम का फीता कांट रहे हैं. बीजेपी का यही चरित्र है कि अपनी नई कोई योजना देने के बजाय हमारी सरकार की योजनाओं को उद्धाटन कर रहे हैं.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि देश को नया प्रधानमंत्री मिले यही लोग चाहते हैं. जनता सब जानती और समझती है. वो चुप है, इसका मतलब ये नहीं है कि उसे कुछ नहीं. जनता तारीखों का इंतेजार कर रही है. उपचुनाव के नतीजे साफ संकेत दे रहे हैं कि आने वाले समय में जनता हिसाब बराबर करना चाहती है.