एथलीट हिमा दास ने रचा इतिहास, मिल्खा सिंह और पीटी उषा को भी छोड़ा पीछे
July 13, 2018
नई दिल्ली, भारत की 18 वर्षीय एथलीट हिमा दास ने इतिहास रच दिया है. हिमा ने फिनलैंड के टैम्पेयर शहर में आयोजित विश्व अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 400 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल जीता है. इस दौड़ को पूरा करने में उन्हें 51.46 सेकंड लगे.
हिमा विश्व स्तर पर ट्रैक स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं. इससे पहले भारत के किसी महिला या पुरुष खिलाड़ी ने जूनियर या सीनियर किसी भी स्तर पर विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड नहीं जीता है. और तो और, फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह और पीटी उषा भी कमाल नहीं कर पाए थे. इस लिहाज से अंतरराष्ट्रीय ट्रैक पर भारत की ये ऐतिहासिक जीत है.
हिमा ने सेमीफाइनल में भी शानदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने सेमीफाइनल में 52.10 सेकंड में दौड़ पूरी कर पहला स्थान हासिल किया था. अप्रैल में गोल्ड कोस्ट में खेले गए कॉमनवेल्थ खेलों की 400 मीटर की स्पर्धा में हिमा दास (Hima Das) ने छठा स्थान हासिल किया था. 400 मीटर की दौड़ को पूरा करने के लिए उन्हें 51.32 सेकंड लगे थे.
हिमा के कोच निपोन दास का कहना है, ‘एथलीट बनने के लिए हिमा को अपना परिवार छोड़कर लगभग 140 किलोमीटर दूर आकर रहना पड़ा था.’ हिमा पहले लड़कों के साथ फुटबॉल खेलती थीं और एक स्ट्राइकर के तौर पर अपनी पहचान बनाना चाहती थीं. उन्होंने 2 साल पहले ही रेसिंग ट्रैक पर कदम रखा था. उनके पास पैसों की कमी थी, लेकिन कोच ने उन्हें ट्रेन कर मुकाम हासिल करने में मदद की.
हिमा दास असम के नगांव जिले के धिंग गांव की रहने वाली हैं. हिमा एक साधारण किसान परिवार से आती हैं. उनके पिता चावल की खेती करते हैं. वह परिवार के 6 बच्चों में सबसे छोटी हैं.