मृतक सचिन वालिया की मां ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि कार्यक्रम में 400-500 लोग नारेबाजी करते हुए आ रहे थे। इन्हीं में से बाइक सवार कुछ युवकों ने उसके बेटे की रामनगर चौक पर गोली मारकर हत्या कर दी। कांति देवी ने राजपूत महासभा के पदाधिकारी और फूलनदेवी हत्याकांड के आरोपी शेर सिंह राणा, कान्हा राणा उर्फ दीपक रायपुर, नागेंद्र राणा और उपदेश राणा पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। पुलिस ने चारों के खिलाफ हत्या व एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
साथ ही एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह के अलावा महाराणा जयंती की अनुमति देने वाले अधिकारी को गिरफ्तार कर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की गई। शेर सिंह राणा, कान्हा राणा दीपक रायपुर, नागेंद्र राणा और उपदेश राणा पर भड़काऊ भाषण देने और घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया गया है। महाराणा प्रताप के नवनिर्मित भवन को सीज करने, मृतक के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई है।
सूत्रों के अनुसार, भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की गोली लगने से हुई मौत के बाद, सहारनपुर के कमिश्नर चन्द्र प्रकाश त्रिपाठी की तरफ से यह कहने की जानकारी भीड़ के बीच पहुंची कि सचिन की मौत खुद तमंचा साफ करते हुए गोली लगने से हुई है, इसकी जांच की जा रही है। इससे दलित भड़क गए। इस दौरान डीएम-एसएसपी और दूसरे पुलिस वालों से उनकी नोक-झोंक हुई। कई बार धक्का-मुक्की के हालात बने। भीड़ ने इस दौरान रामनगर रोड पर जाम लगा दिया।
इस वारदात के बाद, कानून व्यवस्था को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस और सुरक्षा बलों को जिले में तैनात कर दिया गया है। सहारनपुर जिले की इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया गया है। साथ ही मैजिस्ट्रेट को प्रभावित क्षेत्र में गश्त लगाने को कहा गया है। अभी इलाके में तनाव के हालात हैं।