चिकित्सा कर्मियों को बड़ी राहत, यूपी सरकार ने कार्रवाई के दिये निर्देश
March 26, 2020
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर मकान मालिक और पड़ोसियों द्वारा चिकित्सक और मेडिकल कर्मियों के उत्पीड़न की रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार ने पुलिस को निर्देश दिया है कि ऐसी शिकायत मिलने पर संबधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने पुलिस महानिदेशक एच सी अवस्थी को इस आशय के निर्देश दिये। साथ ही उन्होने कहा कि डाक्टर और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के तमाम बंदोबस्त किये जायें ताकि उनको किसी भी असुविधा का सामना नहीं करना पड़े।
श्री अवस्थी ने पुलिस प्रमुख को लिखे खत में कहा है “ यह संज्ञान में आया है कि कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर रहे डाक्टर औश्र मेडिकल स्टाफ को उनके पड़ोसी परेशान कर रहे है और घर छोड़ने का दवाब बना रहे है। कुछ मकान मालिकों ने किराये पर रह रहे डाक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों को घर खाली करने को कहा है। इस तरह की घटनाये स्वीकार नहीं की जा सकती। पुलिस इन डाक्टरों और चिकित्साकर्मियों को पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराये जिसकी उनको जरूरत है। ”
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के देशव्यापी लाकडाउन की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोगों से भयग्रस्त नहीं होने की अपील कर चुके है। उन्होने कहा कि 12 हजार वाहन लोगों की जरूरतों का सामान घरों तक पहुंचाने के लिये लगाये गये है।
उन्होने कहा “ मैं अपील करता हूं कि लोग जरूरी वस्तुओं की खरीद के लिये बाजारों में नहीं जाये। यह आपके , आपके परिवार और शुभचिंतकों के हित में है। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में दूध,सब्जी और दवाई का भंडारण है। लोगों को चिंता की कोई जरूरत नहीं है। वह बाहर कतई नहीं जाये और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करे। ”
इस बीच सरकार ने लाकडाउन अवधि के दौरान नई गाइडलाइन जारी की। उधर डीजीपी एच सी अवस्थी ने दावा किया कि पूरे राज्य में लाकडाउन का अक्षरश: पालन कराने के लिये 6044 बैरियर बनाये गये है।
श्री अवस्थी ने कहा कि इस दौरान दो लाख 150 वाहनो की चेकिंग की गयी और 49 हजार 74 वाहनो से एक करोड़ एक लाख 47 हजार 700 रूपये वसूले गये। इस अवधि में 3679 वाहन जब्त भी किये गये जबकि 2089 लोगों को लाकडाउन का उल्लघंन करने पर बुक भी किया गया।