पंचतत्व मे विलीन हो गये नीरज, महाकवि की स्मृति मे अखिलेश यादव करेंगे ये बड़ा काम
July 21, 2018
अलीगढ़, हिंदी के लोकप्रिय कवि एवं गीतकार गोपाल दास ‘नीरज’ पंचतत्व मे विलीन हो गये। नीरज को अंतिम विदाई देने के लिए कवियों, समाजसेवी से लेकर राजनेताओं का झुंड उमड़ पड़ा। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव,रामजीलाल सुमन, आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास सहित कई अन्य नेता उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे। कई प्रख्यात कवियों ने भी उन्हें अंतिम विदाई दी। डॉ उदय प्रताप सिंह, सुरेंद्र शर्मा, अरुण जेमिनी, सर्वेश अस्थाना, आशीष अनल, रमेश मुस्कान, अभय सिंह निर्भीक तेज नारायण बेचैन, पवन आगरी, पूनम वर्मा, वनज कुमार वनज ने महाकवि के अंतिम दर्शन किये।
शब्दों के जादूगर पद्मश्री गोपालदास नीरज का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह आगरा के बल्केशवर स्थित उनकी स्वर्गीय पत्नी मनोरमा के निवास पर अंतिम दर्शन के लिए लाया गया। जहां बड़ी संख्या में लोग अंतिम विदाई देने पहुंचे। अंतिम संस्कार के लिए उनके पार्थिव शरीर को आगरा से अलीगढ़ ले जाया गया। जहां उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।उन्होंने गुरुवार रात को दिल्ली स्थित एम्स में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था, वह 94 वर्ष के थे।
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव महाकवि नीरज के अंतिम दर्शन करने आगरा पहुंचे। वह शोकाकुल परिवार से मिले। उन्होंने किसी भी राजनीतिक टिप्पणी से इंकार करते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद इटावा में उनकी स्मृति में स्मारक बनाया जाएगा। अखिलेश यादव ने कहा कि इटावा में लायन सफारी की तर्ज पर ही महान कवि की स्मृति में ऐसा स्मारक बनाया जाएगा जिससे देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोगों को पहचान मिलेगा। उन्होने कहा कि महाकवि का जाना पूरे जगत के लिए क्षति है।
अखिलेश यादव ने कहा कि नीरज जी जीवित अपने गीतों से, कविताओं और इंसानियत से अमर रहेंगे। उन्होने बताया कि कवि नीरज से उनके पारिवारिक संबंध बहुत पुराने हैं। यश भारती पुरस्कार से लेकर तमाम बातों पर वे अपनी राय बेबाकी से रखते थे। ये सच है कि तो नीरज सभी के प्रिय थे लेकिन उनके पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव से निजी संबंध थे।
अलीगढ़ के नुमाइश मैदान स्थित कृष्णांजलि सभागार में महाकवि का पार्थिव शरीर अलीगढ़ की जनता के अंतिम दर्शन हेतु रखा गया। लगभग 2 घंटे बाद उनका अंतिम संस्कार पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ शवदाह गृह में किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से कमिश्नर अलीगढ़ ने पुष्पचक्र चढ़ाया, साथ ही जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डीआईजी रेंज एवं शासन प्रशासन के तमाम अधिकारियों ने भी महाकवि नीरज को अंतिम पुष्पांजलि दी।
आज नीरज जी पंच तत्त्व में विलीन हो गए। आगरा से लेकर अलीगढ तक नीरज जी के अंतिम दर्शनार्थ जनसमूह उमड़ पड़ा। आज सवेरे 8 बजे नीरज जी का पार्थिव शरीर सड़क के रास्ते से आगरा लाया गया। आगरा के बल्केश्वर स्थित उनके आवास पर नगर के निवासी बहुत बड़ी संख्या में आये। जिला प्रशासन की सुदृढ़ व्यवस्था के चलते पांच हज़ार से भी अधिक प्रशंसकों ने अंतिम दर्शन किये। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शिवपाल यादव रामजीलाल सुमन समेत लगभग प्रत्येक राजनीतिक पार्टी के नेतागण भी नीरज जी के दर्शन करने यहां पर आए साहित्यकारों में डॉ उदय प्रताप सिंह सुरेंद्र शर्मा अरुण जेमिनी, कुमार विश्वास सर्वेश अस्थाना आशीष अनल रमेश मुस्कान अभय सिंह निर्भीक तेज नारायण बेचैन पवन आगरी पूनम वर्मा वनज कुमार वनज रामेंद्र त्रिपाठी सचिन दीक्षित एवं चिराग जैन सहित अनेक साहित्यकार यहां पर नीरज जी के अंतिम दर्शन करने आए। 11:00 बजे पूर्वाहन नीरज जी का पार्थिव शरीर आगरा से अलीगढ़ ले जाया गया। कवि सम्मेलन समिति द्वारा तैयार किए गए विशाल रथ पर नीरज जी के बड़े-बड़े चित्र लगे थे साथ ही उस पर नीरज जी के गीत बजाए जा रहे थे। आगरा शहर मानो मानो नीरज जी के अंतिम दर्शन के लिए सड़क के दोनों और उमड़ आया हो। अलीगढ़ में नीरज जी के प्राचीन निवास मैरिस रोड के भवन में नीरज जी का पार्थिव शरीर लाया गया ।वहां नीरज जी के संबंधियों एवं निकट मित्रों ने उनके शव पर पुष्पांजलि अर्पित की। तत्पश्चात अलीगढ़ के नुमाइश मैदान स्थित कृष्णांजलि सभागार में नीरज जी का पार्थिव शरीर अलीगढ़ की जनता के अंतिम दर्शन हेतु रखा गया। लगभग 2 घंटे वहां रखने के बाद नीरज जी का अंतिम संस्कार पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ वही के शवदाह गृह में किया गया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से कमिश्नर अलीगढ़ ने पुष्पचक्र चढ़ाया साथ ही जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डीआईजी रेंज एवं शासन प्रशासन के तमाम अधिकारियों ने भी नीरज जी को अंतिम पुष्पांजलि दी।