लखनऊ, आम चुनाव और उप चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की खराबी के कारण परेशानी झेल चुके मतदाताओं और अधिकारियों को लोकसभा चुनाव 2019 में ईवीएम खराबी की समस्या से निजात मिलेगी।
अगले वर्ष होने वाले लोक सभा चुनाव नई एम थ्री मॉडल की इलेक्ट्रिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) का प्रयोग किया जाएगा। यह नई ईवीएम सितंबर माह में जिले को मिलने की संभावना हैं। पिछले कई वर्षो से चुनाव कराने वाली 70 प्रतिशत से अधिक पुरानी मशीनों को वापस भेजा भी जा चुुका है। भारत निर्वाचन आयोग के आदेश पर ईवीएम गोदाम में रखी करीब तीन हजार मशीनों में से अब तक 70 प्रतिशत से अधिक ईवीएम को वापस भेजा जा चुका है।इन मशीनों के मिलने से चुनाव के दौरान पैदा होने वाली दिक्कतों से निजात भी मिल सकेगी।
भारत निर्वाचन आयोग ने 2019 में होने वाले लोक सभा चुनाव में नई ईवीएम से मतदान कराने का निर्णय लिया है। इसके दृष्टिगत जिले के 2657 बूथों पर होने वाले मतदन के लिए अतिरिक्त समेत करीब साढ़े तीन हजार ईवीएम सितंबर माह के अंत तक जिले को मिल जाएंगी। आयोग के निर्देश पर न्यू मॉडल की यह एम थ्री ईवीएम बैंगलोर से दो से तीन चरणों में जिले को उपलब्ध होंगी। लोकसभा चुनाव में इन नई ईवीएम से मतदान होने से प्रशासन को किसी भी प्रकार के आरोप प्रत्यारोप से पूरी तरह से निजात मिल सकेगा।
लोक सभा चुनाव को लेकर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू ने वीडियो कांफ्रेसिंग कर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। और कहा कि 16 जुलाई तक होने वाले डोर टू डोर मतदाता पुनरीक्षण कार्य में प्राप्त फार्म छह, सात, आठ व आठ ए को 23 जुलाई तक हर हाल में आयोग के नए वर्जन टू में अपलोड करा दें। वीसी के दौरान एल वेंकटेश्वर लू ने मतदाता पुनरीक्षण की बारीकी से बिंदुवार समीक्षा की। वीसी में डीएम, एडीएम व एसडीएम मौजूद रहे।
आयोग ने एक बार फिर मतदाता सूची पुनरीक्षण की तिथियां निर्धारित कर दी है। एक जनवरी 2019 को 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके या पूरी करने वाले आगामी एक सितंबर से 31 अक्टूबर के बीच अपना नाम शामिल कर सकेंगे। इस दौरान 09 व 23 सिंतबर तथा 07, 14 व 28 अक्टूबर को पांच विशेष दिवसों में सभी बूथों पर पुनरीक्षण की कार्रवाई कराई जाएगी।