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जीत के एक दिन पहले कर दिया था, पवित्रा यादव ने एेलान, अब 28 अगस्त को होगा मुकाबला

नई दिल्ली, 18वें एशियाई खेलों 

चाचा सत्यवान ने बताया कि शुक्रवार रात को ही फोन करके पवित्रा नेअपनी जीत का एलान कर दिया था. उसने फोन पर कहा था ‘चाचा पाकिस्तानी खिलाड़ी को तो मैं छोड़ूंगी नहीं, उससे जीतकर ही रहूंगी.’ उन्होने बताया कि पवित्रा के जैसे पवित्र इरादे थे, वैसे उसने रिंंग में दर्शा भी दिए.  रिंंग में उतरते ही पवित्रा  पाकिस्तानी बॉक्सर परवीन रुखसाना पर इस कदर टूट पड़ी कि पाकिस्तानी बॉक्सर को मुकाबला बीच में ही छोड़ना पड़ा.

जकार्ता में एशियन गेम्स के बॉक्सिंग रिंग में जहां बेटी पवित्र पाकिस्तानी खिलाड़ी परवीन रुखसाना को पंच मार रही थी, वहीं मां चंद्रकला टीवी के सामने बैठकर बेटी की जीत की दुआ मांग रही थी. पवित्र की मां चंद्रकला का कहना है कि उसकी बेटी को गुड़ और घी बेहद पसंद है. खेलकर आने के बाद वह गुड जरूर खाती है. मां का कहना है कि मेरी बेटी के गुड़ और घी के मुक्कों के सामने कोई भी नहीं टिक पाएगा और वह गोल्ड जीतकर आयेगी.

पवित्रा 60 किलोग्राम भार वर्ग में हिस्सा ले रही हैं। वे तीन बार वर्ल्ड चैंपियनशिप खेल चुकी हैं। इसके साथ ही दो बार एशियन चैंपियनशिप में कांस्य और रजत पदक हासिल कर चुकी हैं.

रेवाड़ी से एशियन गेम्स में हिस्सा लेने वाली कोसली निवासी पवित्रा यादव एकमात्र खिलाड़ी हैं. वह अपने नौ भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं. मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मी पवित्रा के पिता रामजीलाल का करीब एक साल पहले निधन हो गया था. उनकी माता चंद्रकला देवी गृहणी हैं, जबकि उनके दो भाई निजी कंपनी में कार्यरत हैं. पवित्रा जयपुर में रेलवे मे क्लर्क के पद पर कार्यरत है.

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