नयी दिल्ली, कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित इटली से पिछले सप्ताह वापस लाकर दिल्ली स्थित भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के पृथक केंद्र में रखे गए 35 वर्षीय एक छात्र पर दुर्भाग्य का पहाड़ टूट पड़ा जब उसे उसके पिता की मौत की सूचना मिली। उक्त व्यक्ति में अभी तक महामारी से ग्रसित होने के लक्षण नहीं पाए गए हैं।
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य अधिकारियों ने व्यक्ति को अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए विशेष अनुमति दी है। अधिकारियों ने बताया कि पांच दिन के भीतर व्यक्ति की दो बार जांच की गई और राज्य के अधिकारी उसकी निगरानी कर रहे हैं। व्यक्ति की निजता का सम्मान करते हुए ‘पीटीआई-भाषा’ उसकी पहचान उजागर नहीं कर रहा है।
अधिकारियों ने कहा कि व्यक्ति को आईटीबीपी पृथक केंद्र से बाहर जाने की अनुमति 20 मार्च को दी गई और राज्य सरकार उस पर निगरानी रख रही है। व्यक्ति उन 218 भारतीयों के समूह का हिस्सा था जिन्हें मिलान से 15 मार्च को वापस लाया गया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय द्वारा उक्त व्यक्ति को पृथक केंद्र से बाहर जाने की अनुमति विशेष सहानुभूति वाली परिस्थितियों में दी गई है।”