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इतनी कम कीमत का वेंटिलेटर बनाया इस कंपनी ने, साथ ही कर दी ये घोषणा ?

राजकोट, कोरोना वायरस से लड़ाई मे एक कंपनी ने अनोखा योगदान दिया है। इस कंपनी ने  वेंटिलेटर की सामान्य कीमत से लगभग 6 गुना कम कीमत पर वेंटिलेटर का निर्माण किया है।

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गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि निजी कंपनी ने सिर्फ दस दिनों में एक लाख रुपए से कम कीमत के वेंटिलेटर धमण-1 का निर्माण किया है। कंपनी अपने पहले एक हजार धमण-1 वेंटिलेटर राज्य सरकार को दान में देगी।

श्री रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिनभाई पटेल ने राजकोट की एक निजी उत्पादन कंपनी ज्योति सीएनसी द्वारा सिर्फ दस दिनों में ही तैयार किए गए वेंटिलेटर ‘धमण-1’ की सफलता का निरीक्षण आज अहमदाबाद सिविल अस्पताल परिसर में स्थित कोरोना कोविड हॉस्पिटल में किया।

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उन्होंने राजकोट के स्थानीय उद्योगपति पराक्रमसिंह जाडेजा और ज्योति सीएनसी की टीम को बधाई देते हुए कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के मरीजों के उपचार के दौरान सांस लेने की प्रक्रिया के लिए अत्यंत जरूरी वेंटिलेटर की भारी वैश्विक मांग की पूर्ति के लिए गुजरात ने अनोखी गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।

वेंटिलेटर की मांग की तुलना में भारी कमी के मद्देनजर राजकोट की कंपनी का यह प्रयास कोरोना पीड़ितों सहित सभी के लिए आशा की किरण के समान है। अनेक स्थानों पर वेंटिलेटर, प्रोटेक्शन किट और एन95 मास्क आदि की जबर्दस्त तंगी महसूस की जा रही है। ऐसे में गुजरात ने जनस्वास्थ्य रक्षा की दिशा में एक नई उपलब्धि हासिल की है।

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उन्होंने इसे मील का पत्थर जैसी उपलब्धि बताते हुए कहा कि गुजरात में राजकोट की निजी कंपनी ज्योति सीएनसी ने सिर्फ 10 दिनों की अल्पावधि में एक लाख रुपए से कम कीमत के वेंटिलेटर धमण-1 का निर्माण किया है।

सौराष्ट्र के दिल में बसा राजकोट शहर लघु इकाईयों का हब है। शहर के अनेक छोटे उद्योग देश-विदेश के अन्य बड़े उद्योगों के लिए अनुषांगिक उत्पादन के तौर पर स्पेयर पार्ट्स आदि का निर्माण करते हैं। विशेषकर रेलवे, रक्षा क्षेत्र और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा में उपयोग में ली जाने वाली मशीनरी के पूर्जे राजकोट की कंपनियां बनाती हैं।

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श्री पटेल ने कहा कि कोरोना की बीमारी के उपचार में वेंटिलेटर की भूमिका सबसे अहम है और इसके लिए राज्य के निजी अस्पतालों के वेंटिलेटर के उपयोग का आयोजन किया है। हालांकि, लगभग 6 लाख रुपए की कीमत में उपलब्ध वेंटिलेटर का राजकोट की ज्योति सीएनसी कंपनी ने एक लाख रुपए से भी कम कीमत में निर्माण किया है जो कोरोना के मरीजों के अलावा अन्य मरीजों के लिए भी उपयोगी साबित होगा। ज्योति सीएनसी ने धमण-1 वेंटिलेटर की पहली एक हजार वेंटिलेटर मशीन की खेप राज्य सरकार को मुफ्त में देने की घोषणा कर अपना सामाजिक सेवा दायित्व भी बखूबी निभाया है।

इस अवसर पर कंपनी के संस्थापक उद्योगपति पराक्रमसिंह ने कहा, “हमारी कंपनी के राजेन्द्र परमार पांच वर्ष अमेरिका में रह चुके हैं और पिछले 15 वर्षों से यहां राजकोट में रह रहे हैं। उनके सफल प्रयासों के कारण सिर्फ 10 दिनों में हमने धमण-1 का निर्माण किया है।”

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श्री जाडेजा ने कहा कि इस मिशन को सफल बनाने में करीब 150 इंजीनियरों ने टीम वर्क के साथ काम किया है। लगभग 26 कंपनियों से विभिन्न पूर्जों को हासिल कर उसे अंतिम रूप दिया गया है। प्रेशर कंट्रोल्ड वेंटिलेटर की कोरोना के मरीजों को विशेष रूप से जरूरत पड़ती है। उन्होंने कहा कि, कंपनी का अगला लक्ष्य धमण-2 और धमण-3 के रूप में हाईवर्जन बनाने का है। कंपनी अपने पहले एक हजार धमण-1 वेंटिलेटर गुजरात सरकार को दान में देगी। उन्होंने कहा कि तात्कालिक रूप से 3 वेंटिलेटर बनाए हैं, कंपनी की क्षमता प्रतिदिन 10 वेंटिलेटर मशीन बनाने की है।
इस अवसर पर सिविल अस्पताल के डॉ. कमलेश उपाध्याय ने कहा कि कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर वेंटिलेटर की जरूरत भी बढ़ी है। धमण-1 वेंटिलेटर का आज सिविल अस्पताल में भर्ती एक मरीज पर प्रयोग किया है और सफल परिणाम मिला है।