कोरोना के कारण भारत सहित दुनिया भर के सभी देशों में सभी क्रिकेट गतिविधियां बंद हो चुकी हैं। अश्विन इस समय चेन्नई स्थित अपने घर में हैं और घर में खुद को फिट बनाये रखने की कोशिश कर रहे हैं ताकि कोरोना का खतरा समाप्त होने के बाद वह मैदान में पूरी फिटनेस के साथ उतर सकें। उन्होंने कहा कि यदि हम महामारी पर काबू पा लेते हैं तो यह भविष्य के लिए एक बड़ा सबक होगा।
अश्विन ने क्रिकइंफो को दिए साक्षात्कार कहा, “यह समय समाधान का पता लगाने का है न कि किसी देश को इस महामारी के लिए जिम्मेदार ठहराने का। फिलहाल सबसे बेहतर समाधान यही है कि सब एक दूसरे से दूरी बनाये रखे। उम्मीद है कि वैज्ञानिक जल्द इसका समाधान निकाल लेंगे। यह सभी के लिए एक सबक है। हम खेल को बहुत गंभीरता से लेते है लेकिन खेल से बहुत बड़ी चीजें हैं जो इसे बाधित कर सकती हैं।”
33 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, “बहुत सारा समय होने के बावजूद मैंने क्रिकेट के बारे में ज्यादा नहीं सोचा है। फिलहाल टीवी पर क्रिकेट के पुराने मैच देखने की भी कोई अच्छा नहीं हो रही है और न जाने क्यों लेकिन मैं यू ट्यूब पर भी कोई पुरानी खेल की वीडियो भी नहीं देख रहा हूं।” उन्होंने कहा, “मैं क्रिकेट को भी ज्यादा याद नहीं कर रहा हूं। हम किसी न किसी उद्देश्य के साथ कुछ करते है। जैसे कि यदि हम अभ्यास करने जाते हैं तो हमें पता होता है कि आगे आईपीएल या किसी अन्य लीग के मैच है। लेकिन मैं अगर अभ्यास करना जाऊं और मुझे यह नहीं पता कि मैं किस लिए अभ्यास कर रहा हूं तो उसका फायदा नहीं है।”
अश्विन ने कहा, “अब मैं रोजाना बच्चों के साथ नयी दिनचर्या के साथ उठ रहा हूं। जब मैं साढ़े पांच या छह बजे के करीब उठता हूं तो मेरी छोटी बेटी लगभग उठी होती है। हम दोनों साथ में ब्रश करते है, ग्रीन चाय पीते है और फिर उसके वाद स्पीकर उठा कर जिम और जैविक गार्डन में घूमते है। मैं वहां कसरत करता हूं और मेरी बेटी गाने सुनती है।”
ऑफ स्पिनर अश्विन ने कोरोना के कारण पसरे सन्नाटे को लेकर कहा, “मुझे नहीं याद कि आखिरी बार मैंने अपने शहर में चिड़िया की इतनी आवाजें कब सुनी थीं। मुझे लग रहा है कि यह काल्पनिक है लेकिन वास्तव में यातायात बेहद कम हो गया है। हवा में नयी ताजगी है और क्या पता कई चिड़िया वापस भी आ गयी हों।”