भाजपा और पीएम मोदी के लिए खतरे की घंटी, राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ी, जानिये क्यों ?
February 17, 2018
नई दिल्ली, भाजपा और प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी के लिये खतरे की घंटी बज चुकी है. साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता ने सभी को चौंकाया है. यह कहना है एबीपी न्यूज़, लोकनीति और सीएसडीएस द्वारा कराये गये सर्वे के आंकड़ों का। इस ग्रुप ने अपना दूसरा पोल जारी कर दिया है. ये सर्वे 7 से 20 जनवरी के बीच किया गया है. 19 राज्यों में 175 लोकसभा सीटों पर 14336 वोटरों से उनकी राय जानी गई है.
सर्वे के दौरान देश की जनता से पूछा गया कि मोदी सरकार का कामकाज कैसा रहा? इस पर 51 फीसदी लोग सरकार के काम से संतुष्ट नजर आए, 40 फीसदी लोग मोदी सरकार के काम से असंतुष्ट दिखे, 9 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता. जबकि मई 2017 में जो सर्वे किया गया था जिसमें 64 फीसदी लोग सरकार के काम से संतुष्ट थे, केवल 27 फीसदी लोग ही असंतुष्ट थे जबकि 9 फीसदी ने तब भी कहा था कि उन्हें इसके बारे में कुछ नहीं पता.
एबीपी न्यूज़ ने सीएसडीएस-लोकनीति के साथ मिल कर एक सर्वे कराया जिससे पता चला है कि प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में कमी आने लगी है. लेकिन राहुल गांधी की लोकप्रियता में जबरदस्त उछाल आया है. प्रधानमंंत्री पद के लिए 37 फीसदी लोगों की पहली पसंद नरेंद्र मोदी हैं जबकि 20 फीसदी लोगों की पहली पसंद राहुल गांधी हैं. जबकि 2017 में पीएम पद के लिए 44 फीसदी लोगों की पसंद मोदी थे जबकि केवल 9 फीसदी लोगों की पसंद राहुल गांधी थे.
आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को 34 फीसदी वोट मिलेगा. 2014 के लोकसभा चुनावों के आंकड़ों से अगर मौजूदा वोट फीसदी की तुलना की जाए तो यह इसमे तीन फीसदी की कमी आई है. वहीं 2017 के सर्वे से इसकी तुलना की जाए तो यह पांच अंक कम है. पिछले सर्वे में भाजपा को कुल 39 फीसदी वोट देशभर में हासिल हो रहा था, जोकि इस वर्ष पांच अंक कम हो गया है.
सर्वे में लोगों से पूछा गया कि अच्छे दिन आए क्या? इस पर 50 फीसदी लोगों ने नहीं में जवाब दिया, 41 फीसदी लोगों ने हां कहा जबकि 9 फीसदी ने कहा- पता नहीं. जबकि मई 2017 में जो सर्वे किया गया था उसके मुताबिक 63 फीसदी लोगों ने माना था कि अच्छे दिन आ गए हैं जबकि 27 फीसदी ने इंकार किया था. 10 फीसदी ने कहा था कि उन्हें इस बात का पता नहीं.
प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के सबसे बड़े और विवादित फैसलों में से एक जीएसटी के लोगों ने बुरी तरह नकार दिया है.42 फीसदी लोगों ने जल्दीबाजी में आया फैसला बताया जबकि 27 फीसदी लोगों ने इसे सावधानी भरा फैसला बताया, 31 फीसदी ने कहा कि इसके बारे में उन्हें कुछ पता नहीं है.
सर्वे के मुताबिक, बीजेपी किसानों और व्यापारियों के बीच अपनी पकड़ खो रही है. किसानों और व्यापारियों का मानना है कि मोदी सरकार की अपेक्षा कांग्रेस ने किसानों और व्यापारियों की बेहतर रक्षा की. हालांकि बीजेपी के लिए युवा वर्ग में पकड़ बनाना एक अच्छा संकेेत है. सर्वे के मुताबिक, देश के 18 से 25 वर्ष के युवा बीजेपी को अपना वोट देना चाहते हैं, हालांकि इनकी संख्या में भी पिछले आठ महीने में गिरावट दर्ज की गई है.
सर्वे से स्पष्ट है कि,पिछले 8 महीने में, मोदी सरकार के साथ-साथ प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के ग्राफ में कमी आई है, वहीं राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ी है. मोदी सरकार से असंतुष्ट लोगों की तादाद करीब 10 फीसदी बढ़ी है. जहां ग्रामीण इलाकों में नाराजगी बढ़ती देखी जा रही है, वहीं शहरी व्यापारी भी अाक्रोशित है.