आधुनिक दौर में आकर्षक व्यक्तित्व सभी की चाह है और हमारे बाल हमारे व्यक्तित्व को खासा प्रभावित करते हैं। यदि बाल स्वस्थ और घने हों तो व्यक्तित्व में निखार ले आते हैं। पर आज की जीवनशैली व प्रदूषित वातावरण में यह बहुत मुश्किल हो गया है। आपके बाल भी आपकी पसंद के अनुरूप नहीं हैं तो आयुर्वेदिक उपाय अपना कर अपने बालों को खूबसूरत बना सकते हैं।
रसायन युक्त शैम्पू का इस्तेमाल:- आयुर्वेद का मानना है कि आज की जीवनशैली में अपने बालों को साफ करने और उनकी देखभाल के लिए लोग प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल कम ही करते हैं। इन बनावटी शैम्पू और तेल से बाल रसायन के प्रभाव में आते हैं, जिससे बाल गिरने की समस्या बढ़ रही है।
विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की कमी:- शरीर में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की कमी होने पर भी बाल गिरने लगते हैं।
पेट की बीमारियों से ग्रस्त होना:- जिन लोगों को कब्ज, गैस आदि पेट संबंधी परेशानी रहती हैं, उन्हें भी बाल झड़ने की समस्या का सामना करना पड़ता है।
सही शैम्पू का चयन करें:- अपने बालों के लिए शैम्पू बदल-बदल कर प्रयोग न करें, बल्कि ऐसे शैम्पू का चुनाव करें, जिससे आपके बाल न झड़ें या कम ही झडें और आपके बालों को लाभ पहुंचाए। बालों के लिए आयुर्वेद में सबसे बेहतर है रीठा, शिकाकाई और त्रिफला, जिसमें हरड़, बहेड़ा और आंवला शामिल होता है। इन सबके बीज निकाल कर मिश्रित पाउडर बना लें। अगर बाल लम्बे हैं तो दो कप पानी में चार चम्मच पाउडर मिला कर रात को भिगो कर रख दें। सुबह इसे अच्छी तरह सिर में लगा लें और आधे घंटे बाद पानी से अच्छी तरह धो लें। इस तरह हफ्ते में तीन दिन इसका प्रयोग करें। यह बालों को गिरने से रोकने में सहायक होता है।
कैसा हो खान-पान:- बालों को गिरने से रोकने के लिए सुपाच्य, हल्का और पौष्टिक भोजन खाना चाहिए। ज्यादा तले-भुने भोजन का सेवन न करें, क्योंकि उससे पेट की परेशानी बढ़ सकती है, जो बालों के गिरने के लिए जिम्मेदार होती है।