लखनऊ, उत्तर प्रदेश का पहला तितली पार्क लखनऊ मे शुरू हो गया। वन एवं वन्य जीव मंत्री दारा सिंह ने नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान में प्रदेश के पहले तितली पार्क का उद्घाटन किया।
यह तितली पार्क दो एकड़ क्षेत्रफल में फैला है। इस तितली पार्क में 40 से अधिक प्रजाति की तितलियां हैं एवं 80.100 प्रजातियाें के होस्ट प्लान्ट रोपित किये गये हैं। पूरे विश्व में तितलियों की 2000 प्रजातियाॅं पायी जाती हैं जिसमें 1500 से अधिक प्रजातियाॅं भारत में पायी जाती हैं। केवल पश्चिमी क्षेत्र में ही 45 प्रजातियाॅं पायी जाती हैं। तितलियाें का औसत जीवनकाल केवल 30 दिन का होता है। कुछ तितलियाॅं 6.7 दिन तक ही जीवित रहती हैं। कुछ तितलियों के पंख केवल 3.4 सेमी0 के होते हैं जो हमें दिखायी भी नहीं देते।
वन एवं वन्य जीव मंत्री ने बताया कि राज्य का यह पहला तितली पार्क है और इसके लिए उद्यान के निदेशक राजेन्द्र सिंह एवं विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति की रूचि ही उसे विषेशज्ञ बनाती है। उन्होंने मो0 अहसन को इस तितली पार्क में सहयोग देने के लिए बधाई दी और कहा कि आपके इस कार्य के लिए विभाग आपको हमेशा सम्मान देगा। उन्होंने कहा कि तितली हमारे जीवन के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर आईएसओ जैसी संस्थान ने प्राणि उद्यान को जो तीन.तीन सर्टिफिकेट दिये हैंए यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। अभी किसी भी प्राणि उद्यान को एक साथ तीन सर्टिफिकेट नहीं मिले हैं। इसकेे लिए प्राणि उद्यान के अअिधकारी एवं कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि देश के पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए तितलियों का होना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म के क्षेत्र में सबसे आगे होगा।