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रेडियो जॉकीज़ ने प्रधानमंत्री मोदी को क्यों कहा, आरजे बिरादरी का हिस्सा ?

नयी दिल्ली,  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो जॉकी से कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ से निपटने के लिए सकारात्मक कहानियों और घटनाओं

का बखान करने का आह्वान करते हुए  कहा कि डाक्टरों, नर्सों, सफाई कर्मियों और पुलिस के कार्यों को सामने रखा जाना चाहिये।

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श्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कई रेडियो जॉकीज़ (आरजे) के साथ बातचीत करते हुये कोविड-19 के बारे में जागरुकता फैलाने

में उनकी निभाई जा रही भूमिका की सराहना की।

अपनी प्रतिक्रिया में रेडियो जॉकीज़ ने प्रधानमंत्री को आरजे बिरादरी का हिस्सा कहकर ही पुकारा क्योंकि वे 2014 से रेडियो पर व्यापक

रूप से सफल ‘मन की बात’ कार्यक्रम की मेजबानी कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अफवाहों को रोकने में सार्वजनिक प्रसारणकर्ता ऑल इंडिया रेडियो की विशेष रूप से महत्वपूर्ण भूमिका है।

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उन्होंने इन आरजे से अनुरोध किया कि वे भी अफवाहों के प्रसार को रोकने की दिशा में काम करें।

इस चर्चा में सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर तथा मंत्रालय के सचिव भी मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में भी आरजे अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे हैं और घर से अपने कार्यक्रम रिकॉर्ड कर रहे हैं।

यह सराहनीय है, उन्होंने कहा कि वे न केवल अंधविश्वासों को दूर करें, बल्कि लोगों को प्रोत्साहित भी करें।

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विशेषज्ञों के विचारों और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी प्रसारित करने के अलावा प्रधानमंत्री ने इन रेडियो जॉकी से कहा

कि वे लोगों के सामने आने वाली कठिनाइयों और चुनौतियों से संबंधित प्रतिक्रियाएं भी मुहैया करवाएं ताकि सरकार उनका समाधान कर सके।

प्रधानमंत्री ने आरजे से आह्वान किया कि वे सकारात्मक कहानियों और मामलों का प्रसार करें, लोगों को उन रोगियों के संबंध में जानकारी दें

जो कोरोना वायरस संक्रमण से पूरी तरह से उबर चुके हैं।

उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रीय स्तर पर पुलिस अधिकारियों, डॉक्टरों, नर्सों, वार्ड बॉय आदि स्थानीय नायकों के योगदान को सभी के सामने रखें

और उसका जश्न मनाएं।

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सहानुभूति के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वायरस से संक्रमित होने की सामाजिक आशंकाओं के कारण डॉक्टरों,

स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों और एयरलाइन कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार की कहानियों को बताना महत्वपूर्ण है, ताकि इस तरह की

चुनौतियां दूर हों।

उन्होंने पुलिसकर्मियों के समर्पण के बारे में जनता को शिक्षित करने के महत्व को भी रेखांकित किया जो जनता की सहायता के लिए लगातार

काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता को पुलिस के साथ सहयोग करना चाहिए, उन्होंने कहा कि इस महामारी से लड़ने के लिए

130 करोड़ भारतीयों को स्वयंसेवक के रूप में कार्य करना चाहिए।

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श्री मोदी ने कहा कि सरकार ने इस कठिन समय में गरीबों और वंचितों की सहायता के लिए कई उपायों की घोषणा की गयी है।

यह महत्वपूर्ण है कि इन घोषणाओं के बारे में जानकारी अपेक्षित लाभार्थियों तक तेजी से और समय पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि

जन संचारकों के रूप मेंआरजे अपने श्रोताओं को घोषणाओं के बारे में बताने के साथ-साथ उन्हें सामाजिक दूरी और सेल्फ-क्वॉरंटीन

के महत्व के बारे में शिक्षित करने में एक सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं।

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