नई दिल्ली, इसी साल भारत की मेजबानी में खेले जाने वाले फीफा अंडर-17 विश्व कप की तैयारियां का जायजा लेने आए फीफा के प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि वह राष्ट्रीय राजधानी के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम की तैयारी से संतुष्ट है, लेकिन साथ ही कहा कि अभी कई कामों को अंजाम दिया जाना बाकी है। फुटबाल की नियामक संस्था फीफा के टूर्नामेंट के मुखिया आइमा यार्जा और अंडर-17 विश्व कप के टूर्नामेंट निदेशक जेवियर सेप्पी ने बुधवार को स्टेडियम का निरीक्षण किया। इस प्रतिनिधिमंडल ने तकरीबन एक साल पहले भी स्टेडियम की तैयारियों को जांचा था।
निरीक्षण के बाद संवाददाता सम्मेलन में यार्जा ने कहा, मैं यहां एक साल बाद आकर खुश हूं। हमने यहां काफी सुधार महसूस किया है। फीफा काम से संतुष्ट है। साथ ही हम सरकार और खेल मंत्रालय द्वारा मिलने वाली मदद से भी खुश हैं। लेकिन, हमें यह बात ध्यान रखनी होगी की हमारे पास ज्यादा समय नहीं है। दिल्ली में अभी काफी काम बाकी है, जो किया जाना है। उन्होंने कहा, मैं यहां काम करने वाले सभी लोगों की प्रशंसा करता हूं लेकिन अब हमें और तेजी से काम करना होगा।
विश्व कप के लिए जो जरूरी है, वह हमें समय पर करना होगा। हमने चीजों को बेहतर होते देखा है। मुझे उम्मीद है कि सरकार और मंत्रालय अब और मेहनत से काम करेंगे। टूर्नामेंट के निदेशक सेप्पी ने कहा, सरकार, खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने अच्छा सहयोग दिया है। यह उन्हीं की बदौलत संभव हुआ है। लेकिन, मैं यार्जा की बात से सहमत हूं, अभी भी कई काम बाकी हैं। स्टेडियम में कहां सुधार करने की जरूरत है, इसके जवाब में यार्जा ने कहा, मैदान और अभ्यास मैदान में सुधार की गुंजाइश है। उनके पास योजना है और इसी पर व काम कर रहे हैं।
मेरे हिसाब से यह दो जगहें हैं जहां काम बाकी है। सेप्पी ने कहा, इन दो जगहों पर बेशक सुधार की जरूरत है और इन पर काम भी हो रहा है। लेकिन इसके अलावा भी कई जगह हैं। इस स्टेडियम में 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन किया गया था और तब यह बेहद शानदार था। हमें उसी तरह की तैयारियों की जरूरत है। फीफा के प्रतिनिधिमंडल को उम्मीद है कि अगले महीने तक बाकी काम पूरा हो जाएगा। यह प्रतिनिधिमंडल कुछ महीनों बाद फिर मैदान का निरीक्षण करेगा।
विश्व कप अक्टूबर में शुरू होगा और इस दौरान दीपावली होने के कारण दिल्ली में होने वाले मैचों में प्रदूषण की समस्या से परेशानी खड़ी हो सकती है। लेकिन, यार्जा का कहना है कि उन्होंने इसके लिए सावधानी बरतने की तैयारी कर ली है। यार्जा ने कहा, फीफा इस मामले पर ध्यान दे रहा है। हमारे पास स्वास्थ्य टीम है जो इस पर ध्यान दे रही है।
हम जानते हैं कि दीपावली के बाद प्रदूषण की बड़ी समस्या होती है। हमारे पास कुछ डॉक्टर हैं जो भारत के हैं और दूसरे देशों के भी डॉक्टर हैं। हम इस बारे में उनसे बात जरूर करेंगे। सेप्पी ने कहा, हमारे पास केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड का जो आंकड़ा है, उसके मुताबिक अक्टूबर के पहले दो सप्ताह में हवा की गुणवत्ता अच्छी रहती है। लेकिन, हम सभी जानते हैं कि दीपावली बाद दिल्ली में क्या होता है। हम इस बात पर नजर बनाए हुए हैं और सरकार तथा केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।