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अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर राष्ट्रपति ने नर्सो को बताया सच्चा राष्ट्रनिर्माता

नयी दिल्ली,  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर देश के लिये नर्सों के योगदान की सराहना की और नर्सिंग क्षेत्र को मजबूत बनाने की जरूरत बतायी।  राष्ट्रपति ने आज राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में उल्लेखनीय सेवा के लिये 35 नर्सों को प्रतिष्ठित फ्लोरेंस नाइटिंगल पुरस्कार प्रदान किया।

कोविंद ने कहा कि भारतीय नर्सों ने दुनिया भर में अपने लिए सम्मान अर्जित किया है। कई देशों की स्वास्थ्य-सेवाओं में, खासकर खाड़ी के देशों में, भारतीय नर्सें बड़ी संख्या में सेवारत हैं। उनकी कुशल सेवाओं और अनुशासित कार्य-शैली से उन्हें लोगों का स्नेह और सराहना प्राप्त हुई है उन्होंने कहा, ‘‘आज जिन नर्सिंग कर्मियों को पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, वे भारत की विविधता में एकता को दर्शाते हैं।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से लेकर दमन और दीव तक तथा हिमाचल प्रदेश से लेकर केरल तक नर्सिंग कर्मियों ने ये पुरस्कार प्राप्त किए हैं। मैं आप सभी को बधाई देता हूं।’’ राष्ट्रपति ने कहा कि देश को स्वस्थ रखने में नर्सिंग सेवा प्रदान करने वाले आप सभी लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका है। आपने निष्ठा और समर्पण के साथ नर्सिंग के माध्यम से देश की सेवा की है। यह देश आप सभी नर्सिंग कर्मियों के प्रति आभारी है ।

उन्होंने कहा कि भारत में अभी प्रति 1000 लोगों पर 1 .7 नर्स हैं जबकि विश्व का औसत 2 .5 है । कोविंद ने कहा कि पिछले कुछ वर्षो में पंजीकृत नर्सो एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या 27 लाख पार कर गई है । लेकिन यह संख्या पर्याप्त नहीं है। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा, राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे आदि मौजूद थे।