नई दिल्ली, केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने आरोप लगाया है कि वायुसेना के पूर्व उप प्रमुख जे एस गुजराल ने वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों के लिए परिचालन आवश्यकता को दोहरे इंजन होने चाहिए से कम से कम दोहरे इंजन करने के लिए फेरबदल की थी जिससे 12 हेलीकॉप्टरों के सौदे के लिए बोली लगाने में अगस्ता वेस्टलैंड के प्रवेश का मार्ग प्रशस्त हुआ।
पिछले महीने सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष दायर अपने आरोप पत्र में एजेंसी ने आरोप लगाया कि 1 अप्रैल 2005 को एक बैठक में वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की परिचालन जरूरत को दोहरे इंजन करने का निर्णय लिया गया था। इस बैठक में उस समय के रक्षा सचिव भी शामिल हुए थे। सीबीआई ने आरोप लगाया कि बैठक के दौरान इन आवश्यकताओं में किसी संशोधन के लिए कोई सुझाव नहीं आया था कि हेलीकाप्टर दोहरे इंजन वाले होने चाहिए।