लखनऊ, उत्तर प्रदेश न्याय मंच के अध्यक्ष अमित अंबेडकर ने कहा कि छेड़छाड़, साजिश और धोखा ही आरएसएस का आधार रहा है। काफी लंबे समय से इतिहास से छेड़छाड़ कर दोगली संस्कृति कायम करने में जुटा आरएसएस अब ईवीएम से छेड़छाड़ कर संविधान में मनुस्मृति को घुसाने में लगा हुआ है।
बहराइच के एसीएमओ जे.एन. मिश्रा की गौशाला में गौरक्षा के नाम पर पशुक्रूरता का मामला सामने आने पर टिप्पणी करते हुए अमित ने कहा, ये वही प्रदेश है जहां दादरी में एक घर के अंदर फ्रिज में गाय का मांस रखे होने के शक में जिस तरह से हिंदूवादी संगठन के नेतृत्व में भीड़ ने अखलाक की सिर कुचलकर हत्या की थी और आज उसी प्रदेश में सरकारी संरक्षण में रैकेट चल रहा है, गाय को मारकर उसके शव का कारोबार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लगभग सौ गायों के शव मिलने के बाद भी किसी हिंदूवादी संगठन का कुछ भी न बोलना, सवाल खड़े करता है। उन्होंने कहा कि अगर बहराइच वाले मामले में किसी मुसलमान का नाम आया होता तो आज प्रदेश सहित पूरा देश जल रहा होता।
बहराइच जिले में जिला अस्पताल के एसीएमओ डा. जेएन मिश्रा के फार्म हाउस पर शुक्रवार को पुलिस की संयुक्त टीम की छापेमारी 50 गायों के शव को निकाला गया है। इसके अलावा फार्म हाउस से 50 गायें और बछड़ों को भी छुड़ाया गया। पुलिस प्रशासन को सूचना मिली थी कि बहराइच-लखनऊ मार्ग स्थित मरौचा गांव के पास एसीएमओ के फार्म हाउस में कुछ गायों को मारकर दफनाया गया है। इसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश त्रिपाठी और एसडीएम कैसरगंज अमिताभ यादव की अगुवाई में पुलिस व प्रशासन की संयुक्त टीम ने फार्म हाउस पर छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान टीम को आयुर्वेदिक दवाओं की पैकेट, कैप्सूल और टैबलेट मिली है। जांच में पता चला है कि यहां अवैध रूप से आयुर्वेदिक दवा बनाई जा रही थी।पुलिस ने आशंका जताई है कि यहां आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने के लिए गायों की हत्या की जा रही थी। हालांकि, खुदाई कर गायों के शवों को निकाला जा चुका है। इस मामले में बुबकापुर निवासी स्वामी महाराज की तहरीर पर फखरपुर थाने में डा. जेएन मिश्रा के खिलाफ पशुक्रूरता अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया गया है।