अखिलेश जी मुझे भी काम बताने लगे हैं, क्योंकि वह यूपी के सीएम और मैं सांसद हूं- मोदी
March 3, 2017
मिर्जापुर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुये कहा है कि अखिलेश जी मुझे भी काम बताने लगे हैं, क्योंकि वह यूपी के सीएम और मैं सांसद हूं। पीएम मोदी ने जनसभा में कहा कि ये खुद अपना काम नहीं बता रहे हैं, केवल इन्होंने काम का ढोल पीटने का फैशन बना दिया है। उन्होंने कहा कि आजकल अखिलेश जी मुझे भी काम बताते रहते हैं। अच्छी बात है। वह मुख्यमंत्री हैं और मैं उत्तर प्रदेश का सांसद हूं, उनका हक बनता है। वह काम बतायें तो मुझे करना भी चाहिए। अभी उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी बिजली के तार पकड़कर तो देखो कि बिजली आती है या नहीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 27 साल यूपी बेहाल होने वाले आपके नये यार आज गले लग रहे हैं, मुझे नहीं मालूम खाट किसकी खड़ी है, लेकिन जब आपके यार खाट सभा करने निकले थे तो लोग खटिया उठा-उठा कर ले गए, क्योंकि जनता का मालूम था कि उन्हीं का माल था। राहुल के बयान के बाद मुझे तार छूने की जरूरत है? प्रधानमंत्री ने कहा कि 14 सितम्बर 2016 में मरिहन में राहुल जी की खाट सभा थी। वहां उनका हाथ एक बिजली के तार पर लग गया। इस पर गुलाम नबी आजाद परेशान हो गए। उन्होंने कहा कि राहुल जी तार पर हाथ लग जायेगा तो मुसीबत हो जायेगी। तो राहुल जी ने कहा कि गुलाम नबी जी! आप चिन्ता मत करिए। ये उत्तर प्रदेश है, तार है उसमें बिजली नहीं होती। पीएम मोदी ने कहा कि अखिलेश जी! आपके इस नये यार का इसी मिर्जापुर इलाके में इकरार किया गया यह बयान है।
उन्होंने कहा कि अखिलेश जी! क्या अब मुझे तार को छूने की जरूरत है? उन्होंने कहा कि अब यूपी की जनता ने ऐसा तार बिछाकर रखा है कि 11 मार्च को समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस तीनों को करन्ट लगने वाला है। ये जनता की ताकत का तार है। इसका जवाब आपको मिलने वाला है। पीएम मोदी ने जनता से कहा कि अब यहां के लोग खाट सभा की खाट तो ले गए, अब खटिया खड़ी करोगे या नहीं? उन्होंने कहा कि अखिलेश जी ने कहा था कि हम तो यहां कटिया डालने से भी नहीं रोकते। एक तरफ खटिया हो या कटिया हो अब, आपका जाना तय है, यह चुनाव में साफ नजर आ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां मुलायम सिंह यादव द्वारा 13 साल पहले मिर्जापुर में पुल निर्माण की आधारशिला रखने को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमारे देश में गरीब से गरीब इन्सान हो, लेकिन अगर पिता ने कोई वादा किया हो तो बेटा वह काम पूरा करता है। उन्होंने कहा कि कैसे-कैसे लोग हैं, जो बातें काम की करते हैं, लेकिन अपने पिता के इरादों को भी पूरा नहीं करते। वह जनता के इरादों को क्या पूरा करेंगे?
इस मौके पर प्रधामंत्री ने बसपा मुखिया मायावती पर भी भ्रष्टाचार को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बहनजी! मिर्जापुर से इतनी नफरत क्यों? यहां के पत्थरों से आपका झगड़ा क्या था? बसपा सरकार में आपकी मूर्तियां बनवाने के लिए पिछले दरवाजे से पत्थर यहां से ले जाए गए। लेकिन जब जांच शुरू हुई तो कहा गया कि यह राजस्थान के पत्थर है। महंगा पत्थर लाये हैं, दूर से लाये हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिनको मिर्जापुर के पत्थरों से नफरत हो, ऐसे लोग मिर्जापुर के वोट के अधिकारी हैं क्या? उन्होंने कहा कि 13 साल हो गए पत्थरों से पुल बनाया होता, तो विकास नजर आता। तजमहल बना रहे थे या पुल? कांग्रेस, सपा, बसपा को चुन-चुनकर साफ करने की अपील उन्होंने जनता से सवाल किया कि यही पुल सैफई के आसपास बनाना होता तो क्या 13 साल इन्तजार करना होता, बहनजी को मूर्तियां बनानी होती तो 13 महीने इंतजार करना होता क्या? प्रधानमंत्री ने कहा कि इसलिए पूर्वांचल के भाई बहनों से मेरा आग्रह कि इन्हें चुनाव में चुन-चुनककर साफ कर दीजिए। एक भी नहीं बचना चाहिए। यहां से एक भी लखनऊ नहीं जाना चाहिए, ताकि उन्हें पता चले कि मिर्जापुर के सपने रौंदने का क्या अंजाम होता है।
उन्होंने कहा कि यहां के पीतल के उद्योग को किसने तबाह किया? अगर पीतल का उद्योग अच्छी तरह से चलता तो यहां के नौजवानों को गुजरात और महराष्ट्र में रोजी-रोटी कमाने नहीं जाना पड़ता। पीएम मोदी ने कहा कि यहां का होनहार जवान हो, वह स्कूल कॉलेज में अव्वल नम्बर लाता हो तो भी उसे उत्तर प्रदेश में ईमानदारी से नौकरी मिलने की गारण्टी है क्या? इसका कारण भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, भर्ती में जातिवाद का जहर घोलना है। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इनकी हरकतों को रोका-डांटा, लेकिन यहां की सरकार नहीं सुधरी। इससे पहले प्रधानमंत्री ने जनसभा की शुरूआत करते हुए कहा कि माई के सेवकों को प्रधान सेवक का प्रणाम। यूपी में जहां भी जाता हूं एक से बढ़कर एक रैलियां हो रही हैं, आज आपने भी सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उन्होंने कहा कि यूपी का ये चुनाव सपा, बसपा और कांग्रेस की मुक्ति का उत्सव है। उत्तर प्रदेश में हिंदुस्तान को आगे ले जाने की ताकत है। उत्तर प्रदेश अगर अलग देश होता तो, जनसंख्या के आधार पर दुनिया का सबसे बड़ा पांचवां देश होता।