38 जिलों के डीएम सहित 84 आईएएस, 9 पीसीएस का तबादला, देखिये पूरी सूची
लखनऊ, विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हिम्मत नही हारी है। हार की समीक्षा करने के बाद, उन्होने सबसे पहले संगठन को मजबूत करने की जरूरत समझी। संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिये, सपा ने 15 अप्रैल से सदस्यता अभियान शुरू किया है।
54 आईपीएस के तबादले, दीपक कुमार लखनऊ के नए एसएसपी, देखिये पूरी लिस्ट
इसी बीच, योगी सरकार ने अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट समाजवादी पेंशन योजना को रोक दिया। जिससे 55 लाख महिलाओं को मिल रही , समाजवादी पेंशन मिलना बंद हो गई। अखिलेश यादव को योगी सरकार का यह कार्य पसंद नही आया। उन्होने गरीब महिलाओं को मिल रही पेंशन को रोकने का पुरजोर विरोध किया। लेकिन योगी सरकार ने उनके विरोध को अनसुना कर दिया। फिर अखिलेश यादव ने एक मंझे हुये राजनीतिग्य की तरह, गरीब कमजोर महिलाओं को ही अपनी ताकत बनाने का निर्णय ले लिया।
सदस्यता अभियान मे जुटे समाजवादी, पूरा करेंगे अखिलेश यादव का पांच करोड़ का लक्ष्य
उन्होने घोषणा कर दी कि जिन 55 लाख महिलाओं को समाजवादी पेंशन मिलती थी, उन्हें अब पार्टी का सदस्य बनाया जाये। अखिलेश यादव के इस एक निर्णय से पूरे यूपी मे बहुत बड़ी संख्या मे वह महिलायें सपा से जुड़ जायेंगी, जिन्हे सपा सरकार का लाभ मिला है। ये महिलायें पार्टी के लिये एक बड़ी धरोहर होंगी जो दिल से दोबारा सरकार बनाने मे महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगी। सपा ने 15 अप्रैल से ऑनलाइन, मिस्ड काल और परची के जरिये सदस्यता अभियान शुरू किया है। दो महीने के इस अभियान में पांच करोड़ लोगों को सदस्य बनाने का लक्ष्य है। लक्ष्य का 10 प्रतिशत हिस्सा अखिलेश यादव के इस एक निर्णय से पूरा हो जायेगा। अखिलेश यादव का यह कदम, निश्चय ही समाजवादी पार्टी की ताकत बढ़ायेगा>.
38 जवानों को खोने के बाद, सरकार ने सीआरपीएफ को दिया नया महानिदेशक