लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि राजनीतिक छल-कपट की सच्चाई जनता के सामने आने से बौखलाये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी लोगों के मनोरंजन के लिए अब राजनीतिक खेल तमाशों के आयोजन में उतर आए हैं। कभी भाजपा और संघ की बैठकें, कभी मंत्रिमण्डल विस्तार की चर्चाएं तो कभी धड़ाधड़ तबादले ये सब भाजपा की घबराहट का नतीजा ही है।
उन्होने मंगलवार को कहा कि भाजपा सरकार यह ब्यौरा कभी नहीं देती है कि कहां से कितना बाहरी पूंजी निवेश आया और किस उद्यमी ने कहा उद्योग लगाया। कितनों को रोजगार मिला। कितने एमओयू जमीन पर उतरे और कितने उद्योगों में छंटनी से कितने नौजवान बेरोजगार हुए। भाजपा राज में गुण्डाराज के साथ भ्रष्टाचार पर रोक नहीं है। महिलाओं की इज्जत पर हर समय खतरा मंडराता रहता है। छोटी-छोटी बच्चियां तक दुष्कर्म की शिकार बनाई जा रही हैं। मिशन शक्ति का झूठा प्रचार, विकास के नाम पर कहीं कुछ दिखाई नहीं दे रहा है।
उत्तर प्रदेश से लेकर कर्नाटक तक झूठे प्रचार में मुख्यमंत्री ने जनता की गाढ़ी कमाई फूंकने में कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन प्रदेश के हर शहर-देहात में आफत ही आफत है। नीति आयोग की रिपोर्ट में फिसड्डी, हर रोज बिजली कटौती, गड्ढायुक्त सड़कें, जगह-जगह जल भराव, ट्रैफिक जाम, पेयजल संकट, शिक्षा-स्वास्थ्य में दुव्र्यवस्था और प्रदूषण से राजधानी समेत हर महानगर में हाहाकार यही तो भाजपा सरकार की उपलब्धि और उल्लेखनीय देन है।
श्री योगी ने कहा कि सच तो यह है कि आज प्रदेश में नाकाम भाजपा सरकार द्वारा जनादेश की चोरी कोरोना बदइंतजामी, किसान-व्यापारी उत्पीड़न, बेकाबू मंहगाई, रिकार्ड बेरोजगारी, नौजवानों की आंखो के आगे अंधेरा यही सब तो उसकी गिनाने लायक चीजे हैं।
सपा ने जनहित के मुद्दों को लेकर पिछले दिनों विरोध प्रदर्शन किए तो उसको मिले अभूतपूर्व समर्थन से स्पष्ट हो गया है कि 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने से आरएसएस रोक नहीं सकेगी।