नई दिल्ली, अब तक एक भी टेस्ट मैच नहीं खेलने वाले युवा कुलदीप यादव के लिए खुशी का ठिकाना ना रहा जब उन्होंने खुद को 1300 टेस्ट विकेट के बीच फ्रेम में पाया। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर वॉर्न उत्तरप्रदेश के इस युवा खिलाड़ी के हीरो रहे हैं। कुलदीप की हसरत हमेशा से ही वॉर्न से मिलने की और क्रिकेट सीखने की रही और उनके इस सपने को साकार करवाया कोच कुंबले ने।
कुलदीप ने बीसीसीआईटीवी से बात-चीत में कहा कि उनके लिए वॉर्न से मिलना किसी सपने के सच होने से कम नहीं रहा। इसके लिए उन्होंने अपने कोच और वॉर्न दोनों का शुक्रिया अदा किया। बीसीसीआई टीवी की रिपोर्ट के अनुसार कुलदीप ने वॉर्न को देखकर ही स्पिन गेंदबाजी करना शुरू किया था। कुलदीप ने कहा, पहले मैं तेज गेंदबाजी किया करता था, लेकिन शेन वॉर्न के वीडियो को देखकर मैंने स्पिन गेंदबाजी करना शुरू किया।
मैं यह देखकर हैरत में पड़ जाता था कि वे कैसे गेंदबाजी करते हैं और विकेट लेते हैं। वे मेरे आदर्श खिलाड़ी हैं और अभी भी मेरे फोन में उनके वीडियो मौजूद हैं। वॉर्न ने कुलदीप से ना सिर्फ मुलाकात की बल्कि गेंदबाजी से जुड़े कुछ अहम टिप्स भी दिए। अगर बैंगलुरु टेस्ट में कुलदीप को प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका मिलता है तो उनके पास अपने वॉर्न की सीख को उनके मुल्क के खिलाफ ही आजमाने का मौका मिल सकता है। आपको बता दें कि पुणे टेस्ट के हीरो स्टीव ओकीफ को भी इस दौरे से पहले भारतीय मूल के ही मॉन्टी पानेसर और भारत के पूर्व खिलाड़ी एस श्रीराम ने काफी मदद की थी। श्रीराम मौजूदा दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के सपोर्ट स्टाफ हैं।