हमीरपुर, उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन योजना में हुनरमंद युवाओं को स्वरोजगार के लिये इंटर कालेजों में प्रशिक्षित कराया जायेगा।
सरकार की पहल पर पहली बार कक्षा नौ से बारह तक के छात्र छात्राओं को कौशल विकास के दो पीरियड लगाकर प्रशिक्षण देने का फैसला किया गया है। इसके लिये जिले में राजकीय इंटर कालेज(जीआईसी) व राजकीय वालिका इंटर कालेज(जीजीआईसी) का चयन किया गया है।
राज्य कौशल विकास मिशन के जिला प्रबंधक प्रदीप गुप्ता ने मंगलवार को बताया कि जिले में मिशन के तहत 05 वर्ष में 05 हजार छात्र छात्राओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। जिसमें गैर प्रांत में करीब 1700 लोगों को विभिन्न ट्रेड की कंपनियाें में रोजगार मिला। इनमें करीब एक हजार प्रशिक्षित युवा व युवती कम मानदेय के कारण वहां से काम छोड़कर वापस आ गये। जिससे युवाओ में बढ़ती कुंठा के मद्देनजर शासन ने अब कालेजों में कक्षा नौ से बारह तक के बच्चों को प्रशिक्षण देने का फैसला किया है।
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इसके लिये कॉलेजों से करार किया है। इसके तहत जीआईसी व जीजीआईसी के 280 छात्रों को प्रशिक्षित किया जायेगा। यह प्रशिक्षण चार महीने का होगा। कालेज में छात्र छात्राओं को स्वरोजगार के लिये प्रेरित करने के साथ साथ हुनर सिखाया जायेगा। छात्रों को कम्प्यूटर व छात्राओं को ब्यूटीशियन एवं कंप्यू्टर का प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षित युवाओ ने बताया कि कौशल विकास प्रशिक्षण के बाद बैंक उन्हे कोई ऋण नहीं देते हैं। जिससे वे कोई स्वरोजगार नहीं कर पाते हैं। विभिन्न विभागों में आउट सोर्सिंग से होने वाली भर्तियों में कौशल विकास मिशन के प्रशिक्षित युवाओं की भर्ती करने का कोई प्रावधान नही किया गया है। जिससे युवा युवतियां काम के लिये दर दर भटकती रहती है।
सरकार ने इस स्थिति का आकलन कर जिला जेल में बंद पुरुष व महिला बंदियों को भी कौशल विकास के तहत प्रशिक्षित करने का फैसला किया है। ताकि लोग जेल से रिहा होने के बाद अपने हुनरका उपयोग कर सकें।