अरुणाचल ,अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता पेमा खांडू बीफ के समर्थन में आ गए हैं. मवेशियों की हत्या के मकसद से बेचने पर बैन के केंद्र के नोटिफिकेशन का उन्होंने विरोध किया है. मंत्रालय के नए नियम के मुताबिक अब कोई भी मवेशी को मारने के मकसद से उसे बेच नहीं सकता. मवेशी को बेचने से पहले उसे एक घोषणापत्र भी देना होगा.
एक न्यूज चैनल से भूपेद्र चौधरी से बातचीत के दौरान खांडू ने कहा, केंद्र सरकार को इस नोटिफिकेशन पर दोबारा सोचना चाहिए. उन्होंने कहा, मैं खुद बीफ खाता हू और इसमें कुछ भी गलत नहीं है.
उन्होंने कहा, नरेंद्र मोदी सरकार काफी संवेदनशील है. बीजेपी नेता वैंकेया नायडू ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर राज्यों से बात करेंगे और मवेशियों के बेचने के मुद्दे पर दोबारा विचार करेंगे. खांडू ने कहा, सिर्फ अरुणाचल प्रदेश ही नहीं, पूरे नॉर्थ ईस्ट में अधिक संख्या में ट्राइबल रहते हैं और वे नॉन वेजेटेरियन हैं.
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा पशु क्रूरता निवारण नियम, 2017 के शीर्षक से राजपत्र में इसका उल्लेख किया गया है. इसमें लिखा है, कोई भी मवेशी को तब तक बाजार में नहीं लाया सकता जब तक कि वह यह लिखित घोषणापत्र नहीं देता कि मवेशी को मांस करोबार के लिए हत्या करने के मकसद से नहीं बेचा जा रहा है. उसे बताना होगा कि वह मवेशी को कृषि संबंधी उद्देश्य से ही बेच रहा है.