कोलकाता, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को प्रवर्तन निदेशालय के समन को “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया।
मनी लॉन्ड्रिंग मामलों की जांच करने वाली केंद्रीय एजेंसी ने अभिषेक बनर्जी को कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के संबंध में बुधवार, 13 सितंबर को उसके सामने पेश होने के लिए कहा है, उसी दिन जब वह नई दिल्ली में ‘इंडिया’ गठबंधन की पहली समन्वय समिति की बैठक में भाग लेने वाले हैं।
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि अभिषेक को “अनावश्यक रूप से परेशान” किया जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा, “यह राजनीतिक प्रतिशोध है। अभिषेक बनर्जी को अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है। प्रतिशोध की भावना नहीं होनी चाहिए, इसका उल्टा असर भी हो सकता है।”
यह पहली बार नहीं है कि भर्ती घोटाले के सिलसिले में केंद्रीय एजेंसियों ने तृणमूल नेता को तलब किया है। ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) दोनों ने उन्हें पहले समन जारी किया है।
इस घोटाले में राज्य संचालित स्कूलों में अवैध तरीकों से शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के रूप में नियुक्तियां शामिल थीं।
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तदेपा मुखिया एन चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी पर टीएमसी अध्यक्ष ने कहा, ‘मुझे चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी पसंद नहीं है, अगर कोई गलती है तो आपको बात करनी चाहिए और जांच करानी चाहिए।