काबुल, अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने देश में खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस की मोजुदगी को लेकर अमरीका को जिम्मेदार बताया हैं। करजई ने कहा कि अफगानिस्तान में मौजूद विदेशी सैनिकों का नेतृत्व अमरीका के हाथ में हैं। विदेशी सैनिकों का नेतृत्व संभालने के बावजूद अमरीका ने पूर्वी अफगानिस्तान के रास्ते दाइश आईएसआईएस को अफगानिस्तान में घुूसने दिया। उन्होंने कहा कि इस रस्ते से आईएस ने अफगानिस्तान में प्रवेश किया और उन्होंने अपने अड्डे बनाए।
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि पूर्वी अफगानिस्तान के लोगों का कहना है कि पिछले 2 वर्षों से अंजान लोग पाकिस्तान की सीमा से इस क्षेत्र में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बात की शिकायत भी की गई किंतु उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। करजई ने कहा कि पिछले 2 वर्षों के दौरान आतंकवादी गुट आईएसआईएस के बहुत से सदस्य अफगानिस्तान में आए जिन्हें रोकने का कोई प्रयास नहीं किया गया.
उन्होंने कहा कि आईएसआईएस के विरुद्ध संघर्ष में अमरीका बिल्कुल ही गंभीर नहीं है। गौरतलब है कि हामिद करजई ने अमरीका द्वारा देश में दस हजार किलोग्राम के बम का आईएस के बहाने परीक्षण किए जाने को लेकर मौर्चा खोला हुआ हैं। उनका कहना हैं कि अमरीका की ओर से देश पर 10 हजार किलोग्राम के बम का हमला जहां पर अफगान राष्ट्र का अनादर है वहीं पर इसके दुष्प्रभाव वर्षों तक अफगानी जनता को भुगतने पड़ेंगे।