पटना, बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने एकबार फिर आरक्षण के मुद्दे पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि इनका आरक्षण खत्म करने का सपना, सपना ही रहेगा, कभी पूरा नहीं होगा।
लालू ने आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधते हुए अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है, आरक्षण खत्म करने की आड़ में ये बाबा अम्बेडकर साहेब के संविधान की बजाय गुरु गोलवलकर का संविधान लागू करना चाहते हैं, ताकि छोटी जाति के लोग पढ़ ना सकें, बढ़ ना सकें, नौकरी ना कर सकें, मंदिरों में प्रवेश ना कर सकें और हर जगह इनका ही वर्चस्व कायम रहे। उन्होंने आगे लिखा है, आरएसएस गुरु गोलवलकर के बंच ऑफ थॉट्स में लिखे हुए दबे, कुचले एवं वंचितों को तिरस्कार एवं शोषित करने के तरीकों को लागू करना चाहता है, ताकि इस देश में मनुवाद और जातिवाद को बल मिल सके और इनकी दुकानदारी अच्छी तरह चल सके। लालू का यह बयान आरएसएस के नेता सुरेश भैयाजी जोशी के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने आरक्षण की समीक्षा करने की बात कही थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे लिखा है कि बंच ऑफ थॉट्स में लिखी बातों को ही आरएसएस अपना संविधान मानता है और उसे लागू करना ही इनका असली एजेंडा है। ये लोग बाबा साहेब द्वारा रचित इस देश के संविधान को कागज का एक टुकड़ा भर मानते हैं। लालू ने कहा कि बिहार चुनाव के समय भी इन्होंने आरक्षण का मुद्दा उठाया था, उसका क्या हश्र हुआ, ये किसी से छुपा नहीं है।