लखनऊ, आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, उप्र के तत्वाधान में जनपद सीतापुर सिधौली में विशाल आरक्षण बचाओ स्वाभिमान महासम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में आरक्षण समर्थक उमड़ पड़े। आरक्षण समर्थकों ने एक स्वर में सपा व भाजपा के आरक्षण विरोधी गुपचुप गठजोड़ का खुलासा करते हुए यह ऐलान किया कि मिशन 2017 के तहत उप्र में आरक्षण समर्थक सरकार बनाने के लिए करो मरो की तर्ज पर केन्द्र की मोदी सरकार का भण्डाफोड़ करना है। केन्द्र की मोदी सरकार बाबा साहब के नाम केवल दलित समाज को गुमराह कर रही है और जब 117वां पदोन्नति संवैधानिक संशोधन बिल पास करने की बात होती है तो वह चुप्पी साध लेते हैं। दलितों के नाम पर केवल सम्मेलन करना व दलित के घर खाना खाने से दलित समाज का भला नहीं होने वाला। दलित समाज को बाबा साहब द्वारा बनायी गयी संवैधानिक व्यवस्था के तहत कानूनी हक चाहिए।
महासम्मेलन को संबोधित करते हुए आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, उप्र के संयोजकों सर्वश्री अवधेश कुमार वर्मा, इं. केबी राम, डाॅ. रामशब्द जैसवारा, आरपी केन, अनिल कुमार, इं. अजय कुमार, श्याम लाल, अन्जनी कुमार, महेन्द्र सिंह, रीना रजक, बनी सिंह दिनेश कुमार, आदर्श कौशल, दिग्विजय सिंह, अशोक सोनकर, कृपा शंकर, सीपी भारती, श्रीपाल वर्मा, दयाराम सोनकर, सुदर्शन प्रसाद, डाॅ. राकेश कुमार गौतम, जीडी निरंकारी, प्रेम चन्द्र, सुशील कुमार, चमन लाल भारती, रामेन्द्र कुमार, जितेन्द्र कुमार, विनोद कुमार, अजय कुमार धानुक, श्रीनिवास राव, अंजली गौतम, अनीता ने कहा कि हर जिले में आरक्षण समर्थकों में जागरूकता पैदा कर आरक्षण समर्थक सरकार बनवाना है जिससे सपा सरकार ने मा. सुप्रीम कोर्ट आदेश की आड़ में लाखों कार्मिकों का जो रिवर्शन किया, उस अपमान का बदला पूरा हो सके। भारतीय जनता पार्टी के नेता जिस प्रकार से पदोन्नति बिल पर चुप्पी साधे हैं, उससे यह सिद्ध होता है कि भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता केवल वोट की राजनीति के लिए दलित समाज को गुमराह कर रहे हैं। देश का दलित समाज अब जाग चुका है, सपा व भाजपा के बहकावे में हरगिज नहीं आने वाला। विधानसभा चुनाव 2017 में इन दोनों सरकारों को करारा जवाब देकर उप्र में आरक्षण समर्थक सरकार बनाने का रास्ता साफ करना है।