अलवर, कोरोना मरीज इंजीनियर राहुल शर्मा को जयपुर ले जाते समय ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई मौत के मामले में दोषियों को सजा दिलवाने मांग को लेकर मृतक के परिजन तीन वर्षीय बच्ची के साथ कंपनी बाग स्थित शहीद स्मारक के बाहर धरने पर बैठ गए।
मृतक राहुल शर्मा के चाचा मनोज शर्मा ने बताया कि 22 मई को अलवर के होनहार इंजीनियर राहुल शर्मा कि प्रशासन एवं डॉक्टरों की लापरवाही के चलते जयपुर ले जाते समय ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई थी। जिसकी मौत हुए 20 दिन से ऊपर हो गए हैं लेकिन प्रशासन द्वारा दोषी लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
मृतक राहुल शर्मा को कोरोना होने के बाद सानिया हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था जहां 14 दिन तक हॉस्पिटल में भर्ती रहने के बाद उसे सानिया हॉस्पिटल से डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत होने के बाद कहा कि राहुल को दिल्ली या जयपुर इलाज के लिए ले जाओ। इसके बाद उनके द्वारा सामान्य चिकित्सालय की क्रिटिकल केयर एंबुलेंस को किराए पर लेकर उसके द्वारा राहुल को जयपुर ले जाया जा रहा था।
इस दौरान दौसा के समीप ऑक्सीजन खत्म हो जाने से उसकी मौत हो गई। अब प्रशासन द्वारा दोषियों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है उनकी मांग है कि मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।